तर्पण: पिता ने दी कठिन परिश्रम की शिक्षा
खगड़िया। मेरे पिता जी बुलाकी मंडल का जीवन संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उनका जीवन संघर्ष से
खगड़िया। मेरे पिता जी बुलाकी मंडल का जीवन संघर्ष हमारे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं। उनका जीवन संघर्ष से भरा था। वे एक किसान होने के साथ ही देसी पान के कारोबारी थे। उनका पान पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों तक जाता था। महेशखुंटिया देसी पान को उन्होंने ही देश स्तर पर लाया। उनकी कड़ी मेहनत को हम सभी भाइयों ने देखा व व्यवसाय के तौर-तरीके को जाना। वे हमेशा कहा करते थे, बेटा झूठ मत बोलो, कड़ी मेहनत करो। दूसरे की मदद करोगे तो ईश्वर तुझे बरक्कत देंगे। दुखा टोला निवासी संजय कुमार सुधांशु कहते हैं, उनके द्वारा कठिन श्रम करने की शिक्षा ही आज मेरे परिवार की सफलता का राज बना है। मां, स्व. पार्वती देवी भी पिता जी का अनुकरण करती रही और हमें भी उनका अनुकरण करने की शिक्षा देते रहे।