बेलदौर के स्कूल में हो रहा 'बाल श्रम'
खगड़िया। सरकार 'बाल श्रम' को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है। वहीं, सरकार के ही मुलाजिम बच्चों
खगड़िया। सरकार 'बाल श्रम' को रोकने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रही है। वहीं, सरकार के ही मुलाजिम बच्चों से 'बाल श्रम' करवा रहे हैं। यह नजारा कोई प्राइवेट संस्थान की नही बल्कि सरकारी स्कूल प्रावि शोभा पहलवान बासा में देखने को मिली।
गुरुवार को इस विद्यालय के एचएम साधना कुमारी विद्यालय में बच्चों से एमडीएम का जलावन ढुलाई करवाती दिखी। एक तरफ जहां सरकार बच्चों को विद्यालय की ओर आकर्षित करने के लिए विभिन्न तरह के प्रयास कर रही है। सरकार पोशाक, छात्रवृति सहित अन्य योजनाएं चला रही है, ताकि बच्चे शिक्षित हो सके, अभिभावक अपने-अपने बच्चों को पढ़ाई करने के लिए स्कूल भेजते हैं। स्कूल आकर उन्हें पढ़ाई के बदले शारीरिक श्रम करना पर रहा है।
स्थानीय लोगों में चर्चा है कि इसी का परिणाम है कि, विद्यालय में नामांकित 186 में महज 50 बच्चे ही गुरुवार को विद्यालय पहुंचे थे। जबकि एचएम समेत कुल तीन शिक्षकों में दो शिक्षक ही विद्यालय में उपस्थित थे। मौके पर एचएम साधना कुमारी ने कहा, बच्चे अपने मन से जलावन ढो रहे हैं। धूप में बच्चे अपनी इच्छा से पढ़ाई छोड़कर जलावन ढोने चले जाए, यह तो स्वयं ही समझा जा सकता है।
इस बावत बीईओ शंकर साह ने कहा कि स्कूल में बाल श्रम करना असंवैधानिक व दंडनीय है। इस मामले की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषी पर अवश्य कार्रवाई होगी।