नौका पुल: रखी जा रही निगरानी
खगड़िया। नौका पुल डुमरी घाट होकर मंगलवार को परिचालन जारी रहा। जलस्तर में लगभग एक फीट की कमी आने के बा
खगड़िया। नौका पुल डुमरी घाट होकर मंगलवार को परिचालन जारी रहा। जलस्तर में लगभग एक फीट की कमी आने के बाद स्थिति में थोड़ा बदलाव आया है। नौका पुल के एप्रोच पथ पर पानी का दवाब कमा है। परंतु, कब तक परिचालन जारी रहेगा यह कोसी के जलस्तर पर निर्भर करता है। मालूम हो कि कोसी-बागमती नदी के संगम पर अवस्थित क्षतिग्रस्त बीपी मंडल सेतु के बगल में तात्कालिक रूप से परिचालन बहाल करने को लेकर कोसी के कारीगरों ने नौका पुल(जुगाड़ पुल) का निर्माण किया। इस पुल होकर 5 फरवरी से परिचालन आरंभ हुआ। परंतु, मई के तीसरे सप्ताह में कोसी-बागमती के जलस्तर में वृद्धि होने के उपरांत इस पुल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। यहां यह बताते चलें कि सोमवार को नदी के जलस्तर में हुई एक फीट की वृद्धि बाद एप्रोच पथ पर पानी का अत्यधिक दबाव था। नाविकों और मजदूरों ने दिन-रात एक कर एप्रोच पथ को बचाने का काम किया। इधर, मंगलवार को नदी के जलस्तर में एक फीट की कमी आने से तत्काल एप्रोच पथ सुरक्षित है।
कोट
नौका पुल की स्थिति ठीक नहीं है। पुल पर निगरानी रखी जा रही है। चार चौकीदार प्रतिनियुक्त है। पानी घट-बढ़ रहा है। रिस्क लेवल पार करने बाद पुल को बंद करना ही पड़ेगा।
- अमरेंद्र कुमार सिन्हा, बीडीओ, बेलदौर
कोट
' पानी घटा है। फिलहाल नौका पुल सुरक्षित है। अगर चौपहिया वाहनों के परिचालन पर भी रोक लगा दी जाए, तो कुछ दिनों तक और 'जुगाड़ पुल' चल सकता है।'
- बजरंग सहनी, नाविक संघ, डुमरी घाट