Move to Jagran APP

साइलेज पिट: पशुपालकों के लिये वरदान

खगड़िया। बेगूसराय, लखीसराय, पटना व खगड़िया में 'साइलेज पिट निर्माण केंद्र योजना' को मूर्त रूप दिया जा

By Edited By: Published: Sat, 30 Apr 2016 10:38 PM (IST)Updated: Sat, 30 Apr 2016 10:38 PM (IST)

खगड़िया। बेगूसराय, लखीसराय, पटना व खगड़िया में 'साइलेज पिट निर्माण केंद्र योजना' को मूर्त रूप दिया जा रहा है। यह प्रयास पशुपालकों के लिए वरदान साबित होगा। साइलेज (एक प्रकार का बेहतर घास) के सेवन से पशु के स्वास्थ्य के साथ ही दुग्ध उत्पादन क्षमता में भी बेहतरी आएगी।

loksabha election banner

उक्त बातें हरंगी टोला गांव में नवीन चौरसिया के दुग्ध समिति स्थल पर डॉ. राजेन्द्र प्रसाद दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ, बरौनी के तत्वाधान में राष्ट्रीय डेयरी योजना के तहत साइलेज पिट निर्माण केन्द्र योजना को मूर्त रूप देते हुए पशु चिकित्सा पदाधिकारी डा. संजीव ने कही।

चारा विकास पदाधिकारी डा. राम शंकर ने बताया कि इस योजना के तहत हरे चारे का संरक्षण कर हम सालों भर अपने पशुओं को संतुलित आहार दे सकते हैं, जिससे उनका स्वास्थ बना रहेगा। इस योजना में किसान हरे चारे के कुट्टी में गुड़, छोआ आदि मिला कर उसे साईलेज पीट में 45 दिनों तक रखने के बाद बाहर निकाल कर उपयोग में लाते हैं। यह मवेशी के लिए सुपाच्य, पौष्टिक व स्वादिष्ट होता है। इसकी लागत केवल 25 हजार है। जिसका वहन राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के द्वारा किया जाता है।

क्षेत्रीय प्रबंधक वीरेन्द्र कुमार व मुनिलाल ने कहा कि इससे किसान लाभ ले सकते हैं। बताया गया कि अगले सप्ताह पसराहा थाना क्षेत्र के कोयला गांव में अधिवक्ता कृष्ण मोहन प्रसाद यादव के यहां भी इस योजना को प्रारंभ करने की अनुमति मिल गई है। वहीं महेशखूंट के क्षेत्र प्रभारी उमेश प्रसाद ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका विकास पशुपालन पर आधारित है। पशु स्वस्थ तो आप खुशहाल, नहीं तो आपकी खुशहाली पर ग्रहण लग जाएगा। इस योजना में आपका लागत शून्य है, पर लाभ अधिक है। इससे उम्दा और क्या हो सकता है। बोले, इस योजना का लाभ कोई भी किसान जो दुग्ध उत्पादन समिति से जुड़े हों, ले सकते हैं। मौके पर डा. सरफराज, स्थानीय सचिव राजेश कुमार, पवन कुमार, शैलेन्द्र, नवीन चौरसिया समेत अन्य लोगों ने अपनी अपनी बातों को रखा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.