मानव रहित रेलवे ढाला से मिली मुक्ति
संवाद सूत्र, महेशखूंट(खगड़िया) : कटिहार-बरौनी रेलखंड पर महेशखूंट व चैधा बन्नी हाल्ट के मध्य मानव रहित
संवाद सूत्र, महेशखूंट(खगड़िया) : कटिहार-बरौनी रेलखंड पर महेशखूंट व चैधा बन्नी हाल्ट के मध्य मानव रहित रेलवे ढाला रोहरी बन्नी व सपहा समसपुर से संभावित खतरे से संबंधित खबर दैनिक जागरण में बार-बार प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद रेलवे द्वारा इस तरफ ध्यान दिया गया। अब दोनों ही स्थानों पर रेलवे गेट बना दिया गया है। हालांकि, अभी गाड़ी के आगमन पर जंजीर से ही गेट बांधा जा रहा है। रोहरी बन्नी एलसीएन 26 बी पर कार्यरत करम चंद कुमार व कुंदन कुमार ने बताया कि अभी चदरा का केबिन बना है। जिसमें वे रह कर काम करते हैं। इसी में टेलीफोन भी लगा है। टेलीफोन से महेशखूंट स्टेशन से सूचना मिलती है तो गेट जंजीर से बंद किया जाता है। 24 घंटे में कम से कम सौ गाड़ियां इस हो कर गुजरती है। दोनों ही गेट पर जाम भी काफी रहता है। दोनों ही गेट अगुआनी घाट व एनएच 31 के लिए बाइपास सड़क पर है, किन्तु इन नव निर्मित गेटों पर समस्या ही समस्या है। लोग यहां पेयजल हेतु चापानल का होना अति आवश्यक बता रहे हैं। एक शौचालय की भी तत्काल जरूरत है।