शिक्षकों की कमी से पठन-पाठन प्रभावित
गोगरी (खगड़िया) संवाद सूत्र: गोगरी में शिक्षा व्यवस्था अब भी नहीं सुधर पा रही है। एक तरफ जहा प्रतिनिय
गोगरी (खगड़िया) संवाद सूत्र: गोगरी में शिक्षा व्यवस्था अब भी नहीं सुधर पा रही है। एक तरफ जहा प्रतिनियोजन के खेल में शिक्षक विद्यालय का पठन-पाठन कार्य छोड़कर अन्य कार्यो को अंजाम दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर शिक्षकों के अभाव में विद्यालय का पठन-पाठन कार्य प्रभावित हो रहा है। इसका एक जीता-जागता उदाहरण क्षेत्र के मुष्किपुर पंचायत स्थित उर्दू कन्या मध्य विद्यालय बना हुआ है। यहां शिक्षकों के अभाव में बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हुई है।
जानकारी के अनुसार, उक्त विद्यालय में वर्ग एक से आठ तक की पढ़ाई होती है। यहा वर्ग एक से आठ में कुल 352 बच्चे नामाकित हैं। हालांकि विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अच्छी खासी होती है। परंतु बात अगर पढ़ाई की करें तो न छात्र संतुष्ट हैं और न ही अभिभावक। वर्तमान में यहा प्रधानाध्यापक सहित चार शिक्षक और एक शारीरिक शिक्षक हैं। प्रधानाध्यापक तो विद्यालय व कार्यालय कार्य में व्यस्त रहते हैं। शेष शिक्षक सहित चार शिक्षक मिलकर किसी तरह वर्ग एक से 8 तक के नामाकित बच्चों को पढ़ाते हैं। ऐसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। पूर्व के यूनिट के हिसाब से यहा से यहां नौ और वर्तमान के हिसाब से 11 शिक्षकों की आवश्यकता है। स्थानीय पूर्व विधायक नईम अख्तर और वार्ड सदस्य इम्तियाज अली कहते हैं कि विद्यालय में शिक्षकों की घोर कमी है। जिसे लेकर कई बार अधिकारियों का ध्यान भी आकृष्ट कराया गया। इसके बावजूद यहा शिक्षक की नियुक्ति नहीं
की गयी। शिक्षक की कमी के कारण बच्चे विद्यालय में उधम मचाते रहते हैं। तथा एक शिक्षक वर्ग एक से पाच तक के बच्चों को एक साथ पढ़ाते नजर आते हैं। प्रधानाध्यापक तनवीर आलम के अनुसार शिक्षकों की कमी के कारण परेशानी तो अवश्य होती है। इसके बावजूद बच्चों का नियमित पठन-पाठन कार्य कराया जाता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक की कमी को लेकर अधिकारियों को अवगत कराया गया है।