नक्सल प्रभावित क्षेत्र की सड़कें जर्जर
सड़क का लोगो लगाएं
खगड़िया, संवाद सूत्र: खगड़िया जिले में सदर प्रखंड के बरैय, भगवानचक, रानीसकरपुरा आदि गांवों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। अब अगर कोई अपराधिक घटनाएं घटित हो जाए तो रास्ता दुर्गम होने की वजह से पुलिस की परेशानी बढ़ जाती है।
दरअसल यहां की सड़क काफी जर्जर हो चुकी है। जबकि इसकी मरम्मत के लिए काफी पहले योजना प्रारंभ हुई थी। लेकिन योजना पर कार्य धीमी गति से चलने की वजह से मामला जस की तस है। कहने के लिए ग्रामीण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजनान्तर्गत भगवान चक से रमुनियां कार्य चल रही है। मगर अभी तक वहां पर काम अधूरा ही पड़ा है। इस पथ से सुगंठिया, मोची टोला, सिमरा, घोघराहा, खैराघाट, पांचू टोला, भगवान चक आदि कई गांव के लोगों को यातायात की सुविधा मिलेगी। खासकर इस क्षेत्र में महादलित परिवारों की बहुलता है। वहीं बेलासिमरी से भगवान चक तक जानेवाली सड़क की स्थिति खराब है। इस पथ से नयाटोला, बेला, बेला घुरपट्टी, बेराही, सिमरी, बगरस, नवटोलिया, बंगराहा आदि गांव के हजारों लोग को आवागमन की सुविधा होती है।
चार स्टेशन से पकड़ते हैं ट्रेन
बरैय पंचायत के लोगों को आज भी विकास के मामले में काफी दूर है। इस पंचायत के लोगों को जिला मुख्यालय आने में ट्रेन से सलौना स्टेशन, ईमली स्टेशन, पहरजा-गंगौर हाल्ट एवं ओलापुर स्टेशन आकर ट्रेन पकड़ते हैं। साथ ही मुख्य सड़क तक आने में कठिनाई होती है। खासकर वर्षा पड़ने पर यहां के लोगों को अगर कोई इलाज कराने भी जिला मुख्यालय आने में कठिनाई होती है। कीचरमय सड़क के बीच ही जाना होता है। इधर, ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता ई. अमरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि उक्त पथ को मार्च 13 में पूरा करना था। लेकिन संवेदक द्वारा विभिन्न कठिनाई का हवाला देने के बाद तिथि बढ़ाकर मार्च 14 तक पूरा करने का निर्देश दिया गया।