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अमदाबाद के स्कूलों में विरले ही बजती खेल की घंटी

कटिहार। अमदाबाद प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों से विरले ही अब खेल की घंटी बजती है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 May 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 26 May 2017 03:01 AM (IST)
अमदाबाद के स्कूलों में विरले ही बजती खेल की घंटी
अमदाबाद के स्कूलों में विरले ही बजती खेल की घंटी

कटिहार। अमदाबाद प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों से विरले ही अब खेल की घंटी बजती है। कई विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति के बाद भी खेल संबंधी कोई गतिविधि नहीं होती है। खेल-कूद नहीं होने से बच्चों का रुझान भी इस ओर घटना जा रहा है।

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बता दें कि शारीरिक विकास एवं खेल में रूचि को लेकर मध्य विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति की गई है। ताकि बच्चे टीचर की निगरानी में विभिन्न खेलों में भाग ले सके एवं उनका शारीरिक एवं बौद्धिक विकास हो सके। लेकिन अमदाबाद प्रखंड में सरकारी विद्यालयों में कागजों पर ही खेल की घंटी संचालित हो रही है। धरातल पर इसकी हकीकत इसके विपरीत है। यहां के मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे खेल की कला से अनभिज्ञ हैं। समय-समय पर विभाग के निर्देश पर अमदाबाद में संकुल स्तरीय खेल का आयोजन कराया जाता है, लेकिन बेहतर तैयारी नहीं होने से यहां के छात्र संकुल स्तर से आगे नहीं बढ़ पाते हैं।

क्या कहते हैं बीइओ-

प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि उनकी जानकारी में अमदाबाद में कुल 43 मध्य विद्यालय हैं। किन-किन स्कूलों में शारीरिक शिक्षक की नियुक्ति है। इस संबंध में पूरी जानकारी नहीं है। कहा कि विद्यालयों में नियमित रूप से खेल घंटी का आयोजन करने का निर्देश दिया गया है।


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