जन सुविधाओं के मामले में गंभीर नहीं निगम
कटिहार [नीरज कुमार]। नगर परिषद से नगर निगम में उत्क्रमित होने के बाद भी लोगों को समुचित नागरिक सुविध
कटिहार [नीरज कुमार]। नगर परिषद से नगर निगम में उत्क्रमित होने के बाद भी लोगों को समुचित नागरिक सुविधाएं मुहैया नहीं हो पा रही है। शहरी क्षेत्र में जल निकासी की समस्या विकराल रूप धारण कर रही है। वहीं अधिकांश क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं की जा सकी है। जिन क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट लगायी गयी है। वह भी उचित रखरखाव के अभाव में व्यर्थ साबित हो रहा है। अधिकांश स्थानों पर वेपर लाइट में खराबी की शिकायत आम बात है। सड़कों का चौड़ीकरण नहीं होने के कारण जाम की समस्या भी आम बात हो गयी है। निगम क्षेत्र में जलमीनार का निर्माण होने के बाद भी शहरी जलापूर्ति की व्यवस्था घरों तक नहीं की जा सकी है। पार्किंग के लिए किसी स्थान का चयन नहीं किए जाने से लोग जहां तहां अपनी गाड़ियों को लगाने को विवश होते हैं। फुटपाथ दुकानदारों के लिए कुछ समय पूर्व स्ट्रीट वेडिंग के तहत दुकान आवंटित किए जाने की योजना बनी थी। लेकिन यह योजना धरातल पर अब तक नहीं उतर पायी है। जिसके कारण सड़क किनारे दुकान लगाए जाने से आम लोगों को परेशानी तो होती ही है, निगम को राजस्व का नुकसान भी होता है। साफ सफाई के मामले में निगम के पास संसाधनों का अभाव है। सफाई कर्मियों की कमी के कारण इसका सीधा असर शहर की सफाई व्यवस्था पर पड़ता है। कुछ वार्डो में आउटसोर्सिग के तहत साफ सफाई का काम तो किया जा रहा है। लेकिन बाजारों सहित शहर के बड़े हिस्से में यह साफ सफाई का काम किसी तरह किया जा रहा है। जन सुविधा से संबंधित शिकायत के निष्पादन की गति भी धीमी है। बस पड़ाव पर यात्री सुविधा की हालत बदतर है। यहां बनाया गया प्रतीक्षालय अतिक्रमण का शिकार है। आम लोगों ने जन सुविधा के मामले में निगम को दस में चार अंक दिया है। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत मिलने पर कार्रवाई भी की जाती है। जलापूर्ति कनेक्शन के लिए आवेदन निगम में दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन अब तक दर्जन भर से भी कम आवेदन कनेक्शन के लिए आए हैं।