अधेड़ से शादी का नाबालिग ने किया विरोध
संवाद सूत्र, फलका (कटिहार) : फलका प्रखंड अंतर्गत गिरियामा गांव में एक नाबालिग बच्ची ने अधेड़ दूल्हे स
संवाद सूत्र, फलका (कटिहार) : फलका प्रखंड अंतर्गत गिरियामा गांव में एक नाबालिग बच्ची ने अधेड़ दूल्हे से शादी रचाने से साफ मना कर दिया। बाद में उनके समर्थन में परिवार सहित समाज के भी कई लोग आ गये और अंतत: दुल्हे को बैरंग लौटना पड़ा। नाबालिग लड़की बेबी कुमारी (13) ने बताया कि उसके पिता अपाहिज है तथा मां बीमार व बूढ़ी है। वह कुछ दिनों पहले अपने ननिहाल व मौसी के घर गिरियामा आई थी। उसका मूल घर पूर्णिया जिला के जलालगढ़ में है। नाबालिग बच्ची सहित उसकी मां सुमिता देवी व ग्रामीणों का कहना था कि स्थानीय दलाल उपेंद्र चौधरी, दिनेश चौधरी ने जबरन गोड्डा जिले के एक अधेड़ सुभाष कुमार साह (40) के साथ बहला-फुसलाकर उसकी शादी करायी जा रही थी। बुधवार की रात जब मंडप पर पहले से शादी की मुखालफत कर रही मासूम बेबी ने अपने पिता के उम्र के समान दूल्हे को देखा व जोर जोर से रोने लगी तथा शादी न करने की बात पर अडिग हो गयी। उसका कहना था कि उसने गांव के दोनों दलालों से आरजू-मिन्नत की कि उसकी शादी को रोक दिया जाए तो दलालों ने उसे धमकी दी और जबरन उसके मांग में सिंदूर डलवा दिया और कहा कि शादी हो गई। गुरुवार की सुबह जब लड़की की विदाई की बात आई तो वह घर से भाग खड़ी हुई और ग्रामीणों से अपनी व्यथा सुनाई तो ग्रामीणों के भी होश उड़ गए। तब जाकर स्थानीय उप सरपंच सहित अन्य ग्रामीणों एवं महिलाओं ने शादी का जमकर विरोध किया तथा बच्ची को हिम्मत और भरोसा दिलाया। लड़की ने ग्रामीणों का साथ होता देख अपने मांग का सिंदूर धोया और शादी को मानने से इंकार कर दिया। लड़की के पक्ष में सैकड़ों महिलाओं एवं पुरुष को होता देख दलाल द्वय वहां से चंपत हो गए। ग्रामीणों ने अधेड़ दूल्हे को कई घंटे तक बंधक बनाए रखा। ग्रामीणों के बीच अधेड़ दूल्हे ने स्वीकार किया कि वह पहले से शादी-शुदा है तथा दो बच्चों का पिता है। उसने यह भी बताया कि पूर्व में उसकी दो शादी हो चुकी है। इस बात को सुनकर लड़की भी आग बबूला हो गई तथा ग्रामीणों के बीच कान पकड़कर तमाचा जड़ दिया।
घटना की सूचना पाकर फलका थानाध्यक्ष सत्यनारायण राय, दारोगा प्रवीण कुमार दलबल के साथ पहुंचकर मामले की तहकीकात की। पीड़िता पक्ष ने अपने आप बीती थानाध्यक्ष को सुनाई। साथ ही वे आगे किसी प्रकार की कार्यवाई न करने की गुहार लगाई। इस संबंध में लड़की ने थानाध्यक्ष को एक लिखित आवेदन भी दिया है।