प्रशासन सजग रहता तो नहीं होता तिहरा हत्याकांड
जागरण संवाददाता, कटिहार: अमदाबाद थाना क्षेत्र के ढनमनिया गांव में चार दिन जमीन विवाद में पति, पत्न
जागरण संवाददाता, कटिहार: अमदाबाद थाना क्षेत्र के ढनमनिया गांव में चार दिन जमीन विवाद में पति, पत्नी सहित पांच वर्षीय मासूम की हत्या की घटना भूमि विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में बरती जा रही लापरवाही को उजागर करता है। प्रशासनिक स्तर पर इस मामले में पूर्व से सजगता नहीं बरते जाने के कारण ही यह लोमहर्षक घटना हुयी। दस डिसमिल जमीन को लेकर आरोपियों एवं मृतक के परिवार के बीच पहले से ही विवाद चल रहा था। जनवरी माह में इसको लेकर दोनों पक्षों के बीच मारपीट की घटना भी हुयी थी। इस मामले में संबंधित थाना में मृतक परिवार की ओर से लिखित शिकायत भी की गयी थी। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए चार लोगों के विरूद्ध न्यायालय में आरोप पत्र भी दाखिल किया था। हत्याकांड में उक्त चारों लोग नामजद अभियुक्त भी हैं। विवाद गहराता देख अमदाबाद पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर मनिहारी के अनुमंडल पदाधिकारी ने दोनों पक्षों पर धारा 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई इसी महीने की थी। सभी को हाजिर होने के लिए 17 मार्च की तिथि निर्धारित की गयी थी। अुनमंडल पदाधिकारी के यहां उपस्थित नहीं होने पर दोनों पक्षों पर एसडीओ ने नोटिस तामिला के लिए भेजा था। लेकिन गहराते विवाद को निष्पादित करने को लेकर अंचल कार्यालय स्तर से भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जमीन की मापी एवं सीमांकन का काम भी नहीं किया गया। बताया जाता है कि बाढ़ और कटाव से विस्थापित होने के बाद विजय यादव के परिवार को उक्त जमीन पर बसाया गया। घटना के आरोपियों द्वारा उक्त जमीन के एक हिस्से पर अपना दावा जताने से विवाद और भी गहरा गया। जिला प्रशासन द्वारा जमीन विवाद से संबंधित मामले को निष्पादित करने को लेकर कई बार अंचलाधिकारियों की क्लास भी लगायी गयी। लेकिन अंचल स्तर से उदासीनता बरते जाने के कारण भूमि विवाद का मामला नासूर बनता जा रहा है।