हेल्प लाइन से पहले भी गायब हो चुकी हैं तीन लड़कियां
नीरज कुमार, कटिहार : जिले में संचालित महिला हेल्प लाइन की युवती का शव बरामद होने की घटना भले ही चौका
नीरज कुमार, कटिहार : जिले में संचालित महिला हेल्प लाइन की युवती का शव बरामद होने की घटना भले ही चौकाने वाली हो, लेकिन हेल्प लाइन में व्याप्त अव्यवस्था पर पहले भी सवाल खड़े हुए हैं। युवती की मौत ने पूरी व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। क्योंकि पूर्व के मामले में कहीं न कहीं यथोचित कार्रवाई नहीं होने के चलते ही आज यह स्थिति पैदा हुई है।
करीब दो वर्ष पूर्व तीन लड़कियां महिला हेल्प लाइन से फरार हो गयी थी। पूर्णिया पुलिस ने दो लड़कियों को कसबा स्टेशन के समीप से एक लड़के के साथ बरामद किया था। पूर्णिया में इनमें से एक लड़की के चिकित्सकीय परीक्षण में गर्भवती होने की बात सामने आयी थी, लेकिन कटिहार में जांच के दौरान गर्भवती होने की बात गलत साबित हुयी थी। पूर्णिया पुलिस को दिए बयान से लड़की कटिहार में पलट गयी थी। कटिहार पुलिस ने इस मामले में लड़कियों को दूसरे जिले के हेल्प लाइन में रखकर बयान लेने की अनुशंसा की थी।
इस पूरे मामले की जांच महिला विकास निगम द्वारा भी करायी गयी थी। लेकिन अल्पावास गृह से लड़कियों के फरार होना ही अव्यवस्था को उजागर करता है। इतना ही नहीं अल्पावास गृह की पंजी में छेड़ छाड़ तथा लड़कियों का उम्र अधिक अंकित करने की बात भी जांच के क्रम में सामने आयी थी। बताते चलें कि करीब दो वर्ष पूर्व कटिहार हेल्प लाइन से उड़ीसा की सुष्मिता मुंडा, झारखंड की बसंती कोनगरी एवं काजल कुमारी फरार हो गयी थी। इसमें काजल को कटिहार मुफस्सिल थाना क्षेत्र से सुनीता देवी के घर से बरामद किया गया था। जबकि सुष्मिता एवं बसंती को कसबा पुलिस ने बरामद किया था। कसबा पुलिस द्वारा दोनों लड़कियों को कटिहार से साथ लाने वाले व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया था। पूर्णिया सदर अस्पताल में सुष्मिता के चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान गर्भवती होने की बात सामने आयी थी। जबकि कटिहार में कराई गई जांच में यह रिपोर्ट निगेटिव पायी गई। पूर्णिया में दिए बयान में महिला हेल्प लाइन की व्यवस्था पर दोनों लड़कियों ने कई सनसनीखेज आरोप लगाए थे। लेकिन कटिहार में दर्ज कराए गए बयान में दोनों लड़कियां अपने पूर्व के बयान से पलट गयी। बाद में दोनों लड़कियों को उसके परिजनों को सौंप महिला पुलिस द्वारा बयान लेने की बात कही गयी। बयान से मुकरने के कारण यह मामला दब गया। हलांकि महिला विकास निगम के अधिकारियों द्वारा किए गए जांच में कई गंभीर आरोप खड़े किए गए। शनिवार को महिला हेल्प लाइन की एक युवती का शव नदी किनारे बरामद होने के बाद अल्पावास गृह पर पुन: सवाल उठ खड़े हुए हैं। इस संबंध में महिला हेल्प लाइन की संचालिका से बात करने पर उन्होंने कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इंकार किया।