अब रेल के एसी कोच के जरिये चल रहा तस्करी का खेल
-हाल के दिनों में हुई कार्रवाई के बाद हुआ खुलासा, चौकस हुई रेल पुलिस
जारी हुआ निर्देश- एसी कोच में मिले तस्करी का सामान, तो नपेंगे कोच अटेंडेंट
== मालदा जाली नोट तो कूचबिहार गांजे की तस्करी का ट्रांजिट प्वाईट
==इलेक्ट्रॉनिक सामानों की तस्करी का गेट वे बना कटिहार
==नेपाल और बांग्लादेश से भी लाए जाते हैं तस्करी के सामान
==अधिकांश मामलों में नहीं हो पाती तस्करों की गिरफ्तारी
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कोट:-
ट्रेनों के माध्यम से तस्करी के मामलों पर नियंत्रण के लिए ट्रेनों की सघन जांच की जाती है। तस्कर गिरोह मादक पदार्थो की तस्करी के लिए एसी कोच को सुरक्षित समझते हैं। एसी कोच में तस्करी का सामान बरामद होने पर संबंधित बोगी के कोच अटेंडेंट पर कार्रवाई को लेकर निर्देश जारी किया गया है। एसी कोच में चढ़ाए जाने वाले सामानों पर नजर रखना कोच अटेंडेंट की भी जवाबदेही है।
जितेंद्र मिश्रा, एसआरपी, कटिहार
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नीरज कुमार, संवाद सूत्र, कटिहार: मादक पदार्थो सहित इलेक्ट्रानिक सामानों की तस्करी के लिए कटिहार रेल मंडल तस्कर गिरोहों के लिए गेट वे साबित हो रहा है। कटिहार होकर गुजरने वाली राजधानी, नॉर्थ ईस्ट, सीमांचल एक्सप्रेस सहित अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनों से तस्करी का सामान देश के दूसरे हिस्सों तक पहुंचाया जाता है। अधिकांश मामलों में तस्करी का सामान तो बरामद होता है, लेकिन तस्कर गिरोह के सदस्य पुलिस गिरफ्त में आने से बच जाते हैं। इसके लिए अब ट्रेनों के एसी कोच को जरिया बनाया जा रहा है।
पिछले तीन माह में ही जीआरपी ने महत्वपूर्ण ट्रेनों से करीब एक क्विंटल गांजा की बरामदगी की है। इसमें अधिकांश सामान एसी कोच से बरामद हुए हैं। जोगबनी, एनजेपी, कूचबिहार, हरिश्चंद्रपुर, गलगलिया एवं ठाकुरगंज तस्करों का मुख्य ट्रांजिट प्वाईट है। कूचबिहार से गांजा एवं अन्य मादक पदार्थ की तस्करी ट्रेनों के द्वारा की जाती है। वहीं मालदा के रास्ते जाली नोटों की खेप वाया कटिहार अन्य राज्यों में पहुंचायी जाती है। चीन निर्मित इलेक्ट्रानिक सामानों की तस्करी जोगबनी के रास्ते की जाती है। वहीं ब्रेक वान में बिना बुक किए नेपाली सुपाड़ी की कई खेप हाल के दिनों में पकड़ी गयी है। गांजा तस्करी राजधानी, नॉर्थ ईस्ट, पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति जैसी महत्वपूर्ण रेलगाड़ियो से होती है। ट्रेनों के एसी कोच तस्करों के लिए महफूज साबित हो रहा है। अमूमन एसी कोच में रेल पुलिस शायद ही कभी सघन तालाशी अभियान चलाती है। इसको देखते हुए रेल पुलिस ने सघन तालाशी अभियान चलाने का निर्देश दिया है। एसी कोच की जवाबदेही संबंधित कोच अटेंडेंट पर होती है। तस्करी का सामान एसी कोच से बरामद होने पर कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के मामले में कार्रवाई का निर्देश एसआरपी ने दिया है। हाल के दिनों में कटिहार होकर गुजरने वाली ट्रेनों से भारी मात्रा में गांजा एवं जाली नोट देश के दूसरे स्टेशनों पर रेल पुलिस द्वारा बरामद की गयी है।