लीड---- जन प्रतिनिधियों के सुझाव की न हो अनदेखी: सांसद
जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक में योजनाओं के क्रियान्वयन की हुई समीक्षा
गत बैठक में उठाये गये कुछ मामलों पर कार्रवाई नहीें होने पर विधायकों ने जताया रोष
जिलाधिकारी ने सांसद व विधायकों के उठाये मामले पर कार्रवाई का दिया भरोसा
सांसद ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने का दिया निर्देश
फोटो- 20 केएटी- 3, 4
जागरण संवाददाता, कटिहार: जिला सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक बुधवार को विकास भवन सभागार में समिति के अध्यक्ष सह सांसद शाह तारिक अनवर की अध्यक्षता में हुई। बैठक के दौरान मनरेगा, इंदिरा आवास, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, ग्राम जलापूर्ति कार्यक्रम, आंगनबाड़ी केन्द्र में शौचालय का निर्माण, राष्ट्रीय सम विकास योजना, बीआरजीएफ, राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना, कबीर अन्त्येष्टी योजना, राष्ट्रीय सुरक्षा पेंशन व राष्ट्रीय सुरक्षा पेंशन, शिक्षा एवं स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं की समीक्षा की गयी। इन योजनाओं के क्रियान्वयन की दशा-दशा से प्रतिनिधि अवगत हुए और इस दौरान ढेर सारे सवाल भी उठाये गये। सांसद श्री अनवर ने अधिकारियों को इस बात सख्त ताकीद दी कि वे जन प्रतिनिधियों के उठाये मुद्दे व सुझाव की अनदेखी न करें। इतना ही उनके द्वारा उठाये गये मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद ने पदाधिकारियों को समय सीमा के अन्तर्गत गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
इधर बैठक में मौजूद जिलाधिकारी प्रकाश कुमार ने जनप्रतिनिधियों द्वारा उठाये गये हर मुद्दे को ध्यान से सुना और उन तमाम मुद्दों पर तत्काल कार्रवाई होने की बात कही। डीएम ने सदस्यों को इस बात के प्रति आश्वस्त किया कि गत बैठक में लिये गये प्रस्ताव में भी अगर कुछ पर समुचित कार्रवाई नहीं हो पायी होगी, तो उसपर भी तत्काल अमल होगा। बाद में सांसद ने जिले के बाढ़ प्रभावित इलाकों में हो रही कार्रवाई की जानकारी भी अधिकारियों से ली। साथ ही इन इलाकों में पूर्ण सतर्कता बरतने का निर्देश भी दिया।
मुंह चिढ़ा रहा चापाकल, होगी जांच
बैठक के दौरान विधायक विभाष चन्द्र चौधरी व विधायक विनोद कुमार सिंह सहित कई अन्य ने विधायक कोटे सहित अन्य मद से पीएचइडी द्वारा लगाये गये चापाकल का मुद्दा उठाया। विधायकों सहित अन्य सदस्यों का आरोप था कि विभाग द्वारा जहां कई चापाकल लगाये ही नहीं गये हैं, वहीं जहां-जहां चापाकल लगे हैं, उसमें अधिकांश पानी ही नहीं दे रहा है। बाद में बैठक के दौरान इस पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित करने का निर्णय लिया गया। विधायक द्वय सहित अन्य सदस्यों ने प्रखंडों में बने कई जलमीनार का मुद्दा भी उठाया। सदस्यों का आरोप था कि विभाग फाइल में इन जलमीनारों से जलापूर्ति की बात कह रही है, लेकिन वास्तविक में जलमीनार यूं ही खड़ा है। इस मामले में भी कार्रवाई की बात कही गयी।
ढाई साल से स्कूल में ठप है एमडीएम
बैठक के दौरान विधायक विनोद कुमार ने मनिहारी प्रखंड के मध्य विद्यालय मिर्जापुर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में गत ढाई साल से न तो छात्रवृत्ति की राशि वितरित हुई है और न ही पोषाक राशि का वितरण हुआ है। इतना ही नहीं बच्चों को ढाई साल से एमडीएम भी नहीं मिल रहा है। इधर बरारी के विधायक विभाष चन्द्र चौधरी ने बरारी बीइईओ की कार्यशैली पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बरारी बीइइओ पूरी तरह मनमानी कर रहे हैं और इससे पूरे प्रखंड में अराजकता की स्थिति बनी हुई है।
गुरुजी को समय पर मिले पगार
विधायक तारकिशोर प्रसाद ने शिक्षकों को समय पर वेतन नहीं मिलने का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इससे शिक्षकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस पर जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जुलाई 14 तक का वेतन भुगतान सुनिश्चित करने को कहा। सदर विधायक ने सदर अस्पताल में आइसीयू के ठीक से काम नहीं करने का भी मुद्दा उठाया। इस पर डीएम ने सिविल सर्जन को तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया।
बिजली तो मिली नहीं, ठगी के भी हुए शिकार
बैठक के दौरान विधायक ने प्राणपुर प्रखंड के हुंडली, फरकिया व रहैली गांव का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि इन तीनों गांव में बिजली देने के नाम पर नटवरलालों की टोली लोगों को चूना लगा चुके हैं। ठगी के शिकार ग्रामीण आज भी बिजली की सुविधा से महरुम हैं। उन्होंने इस मामले में तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया।
बैठक में विधायक महेश पासवान, मनोहर प्रसाद सिंह, जिप अध्यक्ष अंजली देवी, विधान पार्षद अशोक अग्रवाल, उप विकास आयुक्त राधेश्याम साह, एडीएम अशोक झा के साथ-साथ सभी प्रखंड प्रमुख, जिला परिषद सदस्य सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।