चरित्रवान व्यक्ति ही धनवान है : प्रियदर्शी राम
सतकर्म द्वारा ईष्र्या, घृणा एवं द्वेष के भरे समाज में व्यक्ति सुख एवं शांति का अनुभूति कर सकते हैं।
कैमूर। सतकर्म द्वारा ईष्र्या, घृणा एवं द्वेष के भरे समाज में व्यक्ति सुख एवं शांति का अनुभूति कर सकते हैं। अच्छे कर्म से अच्छे चरित्र का निर्माण होता है। यह बाते रविवार की सुबह में संत परम पूज्य संत प्रियदर्शी राम ने अघोड़ की मड़ई में भक्तों को संबोधित करते हुए कही। बाबा ने भक्तों से कहा कि चरित्रवान व्यक्ति को समाज में आदर व सम्मान मिलता है। चरित्रवान व्यक्ति आने वाली पीढ़ी को बुद्धि उपलब्ध कराता है। परम पूज्य बाबा ने कहा कि सभी से आग्रह है कि बुरे कर्म एवं संगती से बच कर अच्छे कर्म करे। उन्होंने भक्तों से धन के प्रति आतुरता के प्रति आग्रह करते हुए कहा कि चरित्रवान व्यक्ति धनवान हो सकता है। लेकिन धनवान व्यक्ति चरित्रवान नहीं हो सकता। बाबा ने कहा कि लोग चरित्रवान होकर सुख शक्ति का अनुभव करे।
शनिवार को अघोर की मड़ई में पौधा रोपण अभियान की शुरूआत करते हुए परम पूज्य बाबा ने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रत्येक मानव कम से कम पांच वृक्ष लगाये। बाबा ने कहा कि मानव सुरक्षा के लिए पौधा लगाना जरूरी है। इव असवर पर उन्होंने दैनिक जागरण द्वारा पूर्व में चलाये गये पौधा रोपण अभियान की सराहना की। आश्रम में पहुंच कर कैमूर जिलाधिकारी राजेश्वर प्रसाद सिंह ने भी वृक्ष लगाये। उनके साथ रवि प्रकाश सिंह, सतार सिंह, ददन सिंह, संतोष कुमार, सत्येन्द्र सिंह, रवि सिंह, सैकड़ों लोगों ने दो हजार पौधों को लगाया। पूर्व मुखिया रवि सिंह ने कहा कि पौधा रोपण की प्रेरणा दैनिक जागरण से ही मिली।