जवानों की शहादत को शत-शत प्रणाम
शहीद जवानों की शहादत को शत-शत प्रणाम करते हैं। उनकी शहादत को नमन करना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है।
कैमूर। शहीद जवानों की शहादत को शत-शत प्रणाम करते हैं। उनकी शहादत को नमन करना प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है। उनकी देशभक्ति के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। दैनिक जागरण के 'एक दीया शहीदों के नाम' अभियान इसी दिशा में सराहनीय पहल है। इस पहल में सबको साथ आना चाहिए। उच्च शिक्षा संस्थानों को भी इस अभियान में साथ आना चाहिए। इससे छात्रों देशभक्ति को प्रेरित होंगे। समय-समय पर बहुत से जवानों ने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी है। इस मामले में कैमूर जिले के जवान भी पीछे नहीं है। हाल के दिनों में जम्मू के उड़ी के आतंकी हमले में भी कैमूर का जवान नुआंव प्रखंड के बड्ढ़ा गांव निवासी हरिहर सिंह कुशवाहा का पुत्र राकेश सिंह ने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपने जान की कुर्बानी दी। अब तक जिले के एक दर्जन से अधिक जवान शहीद हुए हैं। हम शहीद की शहादत को सलाम करते हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि हम सभी लोग शहीद की शहादत को सम्मान देने के साथ-साथ उनके परिजनों के सुख-दुख में सहभागी बने। हम प्रतिज्ञा करें की शहीदों के परिवार के साथ जिला वासी सुख-दुख में खड़े रहेंगे। शहीद तो वापस नहीं पाएंगे, परंतु हमारी पूरी कोशिश होनी चाहिए कि उनके परिजनों को उनकी कमी ना खले। यह प्रसन्नता का विषय है कि इस दीवाली जागरण परिवार शहीदों की याद में 'एक दीया शहीदों के नाम' शुरू कर रहा है। जो दिनांक 15 अक्टूबर से शुरू हो चुका है व दीपावली तक चलेगा। मैं जिले के सभी गणमान्य व्यक्तियों से अपील करता हूं कि जागरण परिवार का 'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम में जरूर शिरकत करें।
डा. बिरेन्द्र सिंह
प्राचार्य
राजर्षि शारि वाहन कालेज, भगवानपुर
इंसेट
एक दीया शहीदों के नाम
कार्यक्रम स्थल- राजर्षि शारि वाहन कालेज, भगवानपुर
समय- 24 अक्टूबर, सोमवार
- दस बजे पूर्वाह्न