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बीसीओ से मांगी गई धान में नमी के आंकड़े

जिले के सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों से क्षेत्र में किसानों के धान में नमी की मात्रा का आंकड़ा मांगा गया है। 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर किसान का धान क्रय नहीं किया जाएगा।

By Edited By: Published: Fri, 09 Dec 2016 03:08 AM (IST)Updated: Fri, 09 Dec 2016 03:08 AM (IST)

कैमूर। जिले के सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों से क्षेत्र में किसानों के धान में नमी की मात्रा का आंकड़ा मांगा गया है। 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर किसान का धान क्रय नहीं किया जाएगा।

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बता दें कि धान क्रय को ले के अभी जिला प्रशासन तैयारियों के दौर में ही है। जिला सहकारिता पदाधिकारी वकार जमा के अनुसार अभी दो- तीन दिन का समय और लग सकता है। नतीजा है जरूरत मंद किसान औने-पौने दाम या कुछ नकदी और कुछ उधार के फार्मूला पर व्यापारियों को अपना धान बेचने को मजबूर हो गये हैं। गौरतलब है कि धान खरीद की सरकारी रेट 1470 रूपये से ले कर 1510 रूपये ¨क्वटल तक निर्धारित की गई है। लेकिन व्यापारी किसानों के मजबूरी का फायदा उठा कर 11 सौ से 12 सौ रूपये ¨क्वटल के बीच धान खरीद रहे हैं।

तैयारियों के बाबत पूछे जाने पर गुरूवार को जिला सहकारिता पदाधिकारी ने बताया कि धान क्रय करने के लिए 17 प्रतिशत तक नमी मान्य है। अगर इससे अधिक नमी पाई जाएगी तो धान का खरीद सरकार नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि नमी के आंकड़ो के लिए सभी प्रखंड सहकारिता पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया जा चुका है। जो अपने क्षेत्र के विभिन्न हलकों का सेम्पल ले कर नमी के औसत का निर्धारण कर आंकड़े देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि अभी पैक्सों और मिलरों के माध्यम से जो जानकारी मिल रही है, उस अनुमान के हिसाब से धान में नमी की मात्रा 22 से 23 प्रतिशत बतायी जा रही है। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से चल रहे कुहासे और धूप की कमी के कारण धान में नमी के मात्रा कम होने के बजाए और अधिक बढ़ती जा रही है।

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किसानों का निबंधन संख्या बढ़ाने का निर्देश

संस भभुआ कैमूर :

धान क्रय को ले कर गुरूवार को जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा भभुआ प्रखंड के सभी पैक्स अध्यक्षों के साथ एक बैठक अपने कार्यालय कक्ष में की गई। जिसमें क्रय केंद्रों के तैयारियों की समीक्षा की गई।

बैठक के बारे में जानकारी देते हुए डीसीओ ने बताया कि प्रखंड के 22 पैक्सों में अब तक मात्र साढ़े छह सौ किसानों का ही आन लाइन निबंधन हो सका है, जो काफी कम है। जिसे देखते हुए सभी पैक्स अध्यक्षों को कम से कम सौ या उससे अधिक किसानों का निबंधन कराने का निर्देश दिया गया है। मुख्य रूप से ऐसे किसानों को शामिल करने पर बल दिया गया है जो किसान किसी दूसरे के भूमि को जमा या बटाई के रूप में ले कर खेती करते हैं। उन्होंने बताया कि अभी पूरे जिले में मात्र 36 सौ किसानों द्वारा ही आन लाइन निबंधन कराया गया है। बता दें कि एक किसान से सरकार द्वारा कम से कम डेढ़ सौ ¨क्वटल धान खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित की गई है।

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केंद्र पर पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश

संस भभुआ कैमूर:

कुदरा प्रखंड के व्यापार मंडल क्रय केंद्र पर पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा दिया गया है। बता दें कि पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा डीसीओ को निर्देश दिया गया था कि क्रय केंद्रों पर बहाल सुविधाओं को निरीक्षण उनके द्वारा स्वयं किया जाए। ताकि किसानों को किसी तरह के परेशानी का सामना न करना पड़े।

इसे ले कर गुरूवार को डीसीओ कैमूर द्वारा कुदरा व्यापार मंडल का निरीक्षण किया गया। इस संबंध में पूछे जाने पर डीसीओ ने बताया कि केंद्र पर बटखरा तराजू से ले कर किसानों के बैठने, बैनर, रेट आदि की सूची प्रदर्शित करने की सुविधाएं प्रदान की गई है। लेकिन चापाकल नहीं होने से पेयजल की समस्या किसानों के लिए उत्पन्न हो सकती है। जिसे देखते हुए पेयजल व्यवस्था पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि अन्य क्रय केंद्रों का भी निरीक्षण किया जाएगा।


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