उग्रवादियों ने अधौरा रेंज अफसर को मोबाइल पर दी धमकी
अधौरा रेंज में कराए जा रहे पथ निर्माण का कार्य फिर से आरंभ होना था।
कैमूर। अधौरा रेंज में कराए जा रहे पथ निर्माण का कार्य फिर से आरंभ होना था, लेकिन उस समय रंग में भंग पड़ गया जब काम दुबारा शुरू होने के पहले उग्रवादियों द्वारा अधौरा रेंजर को धमकी दी गई। धमकी की भनक मिलते ही मजदूर भाग खड़े हुए।
बता दें कि पथ निर्माण कार्य में गत 15 फरवरी को हुए नक्सली वारदात के बाद शनिवार को डीएम व एसपी द्वारा घटना स्थल दुग्धा से लेकर रोहतास बार्डर तक स्थितियों का जाएजा लिया गया था। साथ ही डीएम व एसपी द्वारा स्थानीय ग्रामीणों सहित वन विभाग के कर्मियों को भी कहा गया था कि डरने की जरूरत नहीं है, रविवार से आप पथ निर्माण का कार्य शुरू करें। एसपी द्वारा मौके पर ही पर्याप्त सुरक्षा बल देने की भी बात कही गई थी।
मिली जानकारी के अनुसार इसे ले कर रविवार को काम शुरू किया जाना था। कार्य संवेदक अधौरा रेंजर द्वारा मजदूरों को काम पर बुलाया भी गया था। लेकिन कार्य शुरू करने के पहले ही अधौरा रेंजर के मोबाइल पर उग्रवादियों द्वारा धमकी दी गई।
इस संबंध में डीएफओ सत्यजीत ¨सह ने बताया कि उग्रवादी वन रक्षी की जो मोबाइल छीन कर ले गए थे। उसी से काम दुबारा शुरू करने के दिन यानी रविवार को सुबह आठ बजे रेंजर को फोन कर धमकी दिए । धमकी में रेंजर को कहा गया है कि आप फिर काम शुरू करवाने जा रहे हैं तो परिणाम भुगतने के लिए भी तैयार हो जाइए, जान मुश्किल में फंस सकती है। फोन करने वाला अपना नाम राकेश मिश्र बताता है। डीफओ ने बताया कि इसके पूर्व उसी वन रक्षी के मोबाइल नंबर से वन पाल मनोज कुमार को भी धमकी दी गई थी। उन्होंने बताया कि धमकी की सूचना उनके द्वारा अपने विभागीय वरीय पदाधिकारियों सहित एसपी कैमूर को भी दी जा चुकी है। साथ ही रेंजर द्वारा इसकी सूचना एसडीपीओ को भी दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि कार्य रविवार को शुरू कराया जाना था, मजदूर भी बुलाए गए थे। लेकिन किसी तरह यह सूचना मजदूरों के पास भी पहुंच गई और मजदूरों ने काम करने से इंकार कर दिया। आगे जब तक शत प्रतिशत हमें सुरक्षा का एहसास नहीं हो जाएगा हम पथ निर्माण का जोखिम उठा कर अपने वन कर्मियों के जान के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे।
क्या कहती हैं एसपी
अधौरा रेंजर को धमकी दिए जाने के सवाल पर जब एसपी कैमूर हरप्रीत कौर से बात की गई तो उनका कहना था कि इस तरह की सूचना उन्हें डीफओ द्वारा दी गई है। जिस आलोक में वन प्रमंडल पदाधिकारी से कहा गया है कि वे कार्य शुरू करें उन्हें पूरी तरह सुरक्षा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस तरह के फोन करने वालों से डरने की जरूरत नहीं है। पुलिस इस मामले पर पूरी तरह नजर रखे हुई है। कार्य स्थल पर सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए जाएंगे।
इंसेट
प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने डीजीपी को लिखा पत्र
संवाद सहयोगी, भभुआ:
कैमूर। वन विभाग द्वारा कराए जा रहे पथ निर्माण में हुए नक्सली घटना के बाद सुरक्षा को ले कर प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा पुलिस महानिरीक्षक पटना को पत्र लिखा गया है। पत्र में कहा गया है कि अकबरपुर-अधौरा पथ का निर्माण लगभग दो लेयर कराया जा चुका है। मुख्य रूप से अंतिम डब्लू एम एम लेयर बाकी है। जिसके लिए समुचित सुरक्षा की आवश्यक्ता को देखते हुए सशस्त्र सुरक्षा बलों की लगातार गश्ती एक 47 सहित तथा कैंप की जरूरत महसूस की जा रही है। पत्र की प्रतिलिपि प्रधान सचिव गृह विभाग सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों को भी दी गई है।