आरोपी नहीं मिला तो सकहर्मी को पीट दिया
कैमूर पुलिस की संवेदनहीनता एक बार फिर सामने आई है।
कैमूर। कैमूर पुलिस की संवेदनहीनता एक बार फिर सामने आई है। पुलिस ने बिजली विभाग में कार्यरत कर्मी की बेरहमी से पिटाई कर दी। जबकि वह बेगुनाह था। घटना की सूचना पर पहुंचे दूसरे कर्मी ने इलाज के लिए साथी को पीएचसी दुर्गावती ले गए। जानकारी के मुताबिक 17 मार्च को बिजली विभाग ने दुर्गावती में एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की। जिसमें स्टेशन रोड में बिरेंद्र साह के ऊपर भी बिजली विभाग ने बिजली चोरी की प्राथमिकी दर्ज कर लगभग 463900 रुपये का जुर्माना लगाया। बिजली विभाग के कनीय अभियंता ने बिरेंद्र साह के ऊपर दुर्गावती थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई। उसके बाद बिरेंद्र साह ने बिजली विभाग के कर्मी सत्येंद्र खरवार पर दस हजार रुपये रिश्वत लेने का आवेदन दुर्गावती थाना में दिया और इसी आवेदन पर पुलिस सत्येंद्र खरवार को पकड़ने दुर्गावती स्टेशन रोड पावर सब स्टेशन पहुंची। दुर्गावती स्टेशन रोड पावर सब स्टेशन पर जब पुलिस पहुंची, तब वहां सत्येंद्र नहीं था। पावर सब स्टेशन में चालक नरेंद्र कुमार था। रात्रि के करीब 8.10 बजे पुलिस नरेंद्र से सत्येंद्र के बारे में पूछने लगी। उसने बताया कि वह क्षेत्रीय लाइन मैन है, वह यहां नहीं है। इस पर पुलिस ने नरेंद्र की पिटाई शुरू कर दी। पुलिस की पिटाई से नरेंद्र घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए साथी पीएचसी ले गए। पुलिस की संवेदनहीनता के खिलाफ कर्मियों ने इसकी सूचना बिजली विभाग के वरीय अधिकारियों को दिया है। बिजली विभाग के अधीक्षक अभियंता ने बताया कि दुर्गावती के कनीय अभियंता द्वारा लिखित आवेदन मिला है। जिसमें पुलिस की ज्यादती की बात कही गई है। वहीं जेई ने कहा कि बिजली चोरी में जो लोग पकड़े जाते हैं वह इस तरह की बेबुनियाद आरोप लगाते हैं। जिसका कोई प्रमाण नहीं रहता।
वहीं इस संबंध में पूछने पर शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआईजी मो. रहमान ने बताया कि ज्यादती करने का अधिकार किसी को नहीं है। इस मामले से मैं अनजान हूं। पीड़ित द्वारा शिकायत मिली है तो निश्चित रूप से इस मामले की जांच होगी। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी।