सफेद हाथी बना अस्पताल का फिजियोथेरेपी केन्द्र
कैमूर। राज्य सरकार ने जिले के सरकारी अस्पताल में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई सुविधाओं को निशुल्क उप
कैमूर। राज्य सरकार ने जिले के सरकारी अस्पताल में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कई सुविधाओं को निशुल्क उपलब्ध कराने की पहल की है। लेकिन हकीकत में योजना का लाभ मरीजों को कितना मिल रहा है यह बड़ा सवाल है। गरीब मरीजों को आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा के लिए बाहर पैसा खर्च कर अपना इलाज कराना पड़ रहा है। बता दें कि जिले के सदर अस्पताल में सरकार द्वारा ओपीडी, इनडोर में निशुल्क निर्धारित दवाओं सहित विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी गई है। जिसमें फिजियोथेरेपी आदि भी शामिल है। लेकिन अधिकांश योजना केवल सफेद हाथी साबित हो रही है। जिनका लाभ मरीजों को केवल कागजों पर ही मिल रहा है। शनिवार को जब संवाददाता ने सदर अस्पताल के विभिन्न वार्डो की पड़ताल की तो पाया कि फिजियोथेरेपी केन्द्र इलाज कराने आने वाले मरीजों को मशीन के अभाव में कार्यरत कर्मी लाख प्रयास के बाद भी एक्सरसाइज नहीं करवाते हैं। कार्यरत कर्मियों को अपने स्तर से मरीजों को लाभ पहुंचाने के लिए एक्सरसाइज कराते देखा गया। कार्यरत कर्मी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि हमलोगों का उद्देश्य रहता है कि कोई मरीज निराश होकर अस्पताल से न लौटे। इसलिए अपने स्तर से एक्सरसाइज करवाने की कोशिश करते हैं। मिली जानकारी के अनुसार फिजियोथेरेपी केन्द्र में ट्रैक्शन मशीन, पाराफाइन वैक्सिन मशीन, आदि कई मशीन उपलब्ध नहीं है। जबकि इन मशीनों का होना आवश्यक है।
क्या कहते हैं अस्पताल के उपाधीक्षक -
इस संबंध में पूछे जाने पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डा. प्रहलाद सिंह ने कहा कि सदर अस्पताल के फिजियोथरेपी केन्द्र में आवश्यक उपकरणों के उपलब्ध कराये जाने के लिए पत्राचार किया गया है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही फिजियोथेरेपी केन्द्र को आवश्यक उपकरण उपलब्ध हो जायेंगे।