मां की प्रेरणा से बढ़े आगे
मैं आज जो कुछ भी हूं, अपनी मां स्व. सुमित्रा देवी की प्रेरणा से। उनकी मृत्यु तीन वर्ष पूर्व 68 वर्ष
मैं आज जो कुछ भी हूं, अपनी मां स्व. सुमित्रा देवी की प्रेरणा से। उनकी मृत्यु तीन वर्ष पूर्व 68 वर्ष की अवस्था में हो गयी, परंतु उनके विचार आज भी हमें आगे बढ़ने को प्रेरित करते हैं। पिता शिव नारायण लाल प्रशासनिक सेवा में थे, व्यस्तता के कारण वे बच्चों पर ध्यान नहीं दे पाते थे। ऐसे में मां ने जिम्मेदारी संभाली, तथा हम दोनों भाईयों को सदा पढ़ाई को प्रेरित किया। स्कूल की पढ़ाई के बाद मुझे पढ़ने के लिए पटना साइंस कालेज में भेजा। दोनों भाई पढ़-लिख कर प्रोफेसर बने। मां मुझे वैज्ञानिक बनाना चाहती थी, इसलिए उनके सपने को पूरा करने के लिए मैं अपना रिसर्च वर्क जारी रखा हूं। मां की ऊंची सोच हम भाईयों को जीवनपर्यत प्रेरित करती रहेगी।
डा. सतीश नारायण लाल
प्राचार्य एसवीपी कालेज, भभुआ