कुदरा-परसथुआं पथ जर्जर होने से परेशानी
संसू कुदरा (कैमूर) : एनएच2 को एनएच 30 से जोड़ने वाले कुदरा-परसथुआं पथ अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाती नजर आ रहा है। गढ्डे में सड़क है या सड़क में गढ्डा यह पता लगाना टेढ़ी खीर है। इस पथ पर इतने बड़े -बडे़ गढ्ढें है कि लोग यात्रा के दौरान भगवान को याद करते है। पहले यात्रा करने के लिए आधे घंटे का वक्त काफी था आज घंटो का समय लग जाता है। इस पथ पर टायर पंचर बनाने वाले या गाड़ी बनाने वालों की चांदी कट रही है। बढ़ते खर्च से वाहन मालिक परेशान रह रहे हैं। इस पथ पर लालापुर बाजार स्थित है, जो कि प्रखंड की बड़ी अनाज मंडी है। यहां करीब आधा दर्जन राइस मिल है और मिनी राइस मिलों की संख्या दर्जनों में है। अनाज के गोले भी अत्यधिक संख्या में खुले हुए हैं। प्रतिदिन इस मंडी में प्रखंड के दूर-दूर के गांवों से अनाज बेचने व खरीदने के लिए किसान आते जाते हैं। इस पथ की दुर्दशा के कारण किसान अपने अनाज कोचस, परसथुआं एवं मोहनियां जाकर बेचा करते हैं, क्योंकि इस पथ पर भारी वाहनों पर अनाज लाद कर चलने से वाहन पलटने का खतरा बना रहता है। इस मंडी से किसानों की बढ़ती दूरी के कारण मंडी की वित्तीय स्थिति पर बुरा असर पड़ रहा है। इस पथ से प्रखंड के दर्जनों पंचायत के लोगों का आना जाना लगा रहता है। लोग जरूरी कार्यो व सरकारी कार्यालयों में आने के लिए इस पथ की बजाय मोहनियां की तरफ से आते-जाते है जिससे दोगुनी दूरी तय करनी पड़ती है। लेकिन पथ की इस जर्जर हालत को विभाग अबतक अनदेखी करता आ रहा है। इसकी मरम्मत के लिए कई बार आवेदन दिया गया। कुछ दिनों के बाद सड़क मरम्मत का कार्य प्रारम्भ हुआ । लेकिन क छुए की चाल से हो रही मरम्मती से यहां की जनता कब तक इसके सही होने की आस लगाए रहे।