लाल गलियारे में लिख दी अन्नु ने सफलता की कहानी
जमुई। क्षेत्र नक्सलियों का और हालात भी हर रोज दहशत वाला। स्कूल में शिक्षकों की कमी और चारों ओर अव्यवस्था का माहौल।
जमुई। क्षेत्र नक्सलियों का और हालात भी हर रोज दहशत वाला। स्कूल में शिक्षकों की कमी और चारों ओर अव्यवस्था का माहौल। इसके बाद भी अन्नू ने 86 फीसद अंक मैट्रिक में लाकर साबित कर दिया कि हौसले बुलंद हों तो कोई कमी आड़े नहीं आती।
अपने विद्यालय की टॉपर बनी अन्नू
झाझा के बलियाडीह हाईस्कूल में पढ़ने वाली अन्नु कुमारी का रिजल्ट कुछ इसी तरह की कहानी बयां कर रहा है। अन्नु मैट्रिक की परीक्षा में 86 फीसद अंक लाकर अपने विद्यालय की टॉपर बनी है। अति सामान्य परिवार से आने वाली अन्नु ने बदहाल इलाका एवं नक्सली माहौल को अपनी सफलता के बीच नहीं आने दिया। कहती है कि वह क्षेत्र में शिक्षा का माहौल बनाना चाहती है।
रोना रोने की बजाय मेहनत को दें प्रश्रय
लगन एवं मेहनत से इस उपलब्धि को हासिल करने वाली अन्नु के गांव के अधिकांश लोग बीड़ी बनाकर अपना पेट पालते हैं। नक्सल प्रभावित इस इलाके में न तो पुस्तक की दुकान है और न ही स्मार्ट क्लासेज जैसी कोई व्यवस्था। दो शिक्षीय विद्यालय में पढ़ने वाली अन्नु ने शिक्षक की कमी का रोना रोने के बजाय कहा कि छात्रों को विद्यालय प्रतिदिन आना चाहिए। विद्यालय का सकारात्मक माहौल पठन-पाठन के प्रति रूचि जगाने में अच्छी भूमिका निभाता है। कहा कि
पूरा विद्यालय हुआ गौरवान्वित
अन्नु की सफलता पर विद्यालय के प्रधान प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार शर्मा का कहना है कि अन्नु विद्यालय रोज आने वाली छात्राओं में से एक थी। जो भी छात्र-छात्रा प्रतिदिन विद्यालय आते थे उसका रिजल्ट अच्छा हुआ है।