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लालकेश्वर के महाविद्यालय में जांच टीम ने पाई कई खामियां

जमुई। बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर के समय मिले झाझा महिला महाविद्यालय की स्वीकृति के का

By Edited By: Published: Thu, 28 Jul 2016 06:49 PM (IST)Updated: Thu, 28 Jul 2016 06:49 PM (IST)

जमुई। बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर के समय मिले झाझा महिला महाविद्यालय की स्वीकृति के कारण गुरूवार को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सदस्य सहित जिले के पाच सदस्यीय टीम ने महिला महाविद्यालय के पूर्व से लेकर वर्तमान तक की हर पहलू की जाच की। जाच के दौरान टीम को कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी लेकिन महाविद्यालय की कई खामिया जरूर सामने आई। उपविकास आयुक्त सतीश शर्मा की अगुआई में आई पाच सदस्यीय टीम ने महाविद्यालय की स्थापना काल से लेकर अभी तक किए गए कार्य की बारिकी से जाच करनी प्रारंभ की तो महाविद्यालय के प्राचार्य सहित कर्मियों के पसीने छुड़ा दिए। टीम ने जाच में पाया कि वर्ष 1994-95 में महाविद्यालय को तीनों संकाय की स्वीकृति प्रदान की गई थी। यह महाविद्यालय सात सदस्यीय तदर्थ कमेटी के तहत चल रही है। महाविद्यालय को परीक्षाफल के अनुसार सरकार बिहार बोर्ड के माध्यम से अनुदान की राशि आवंटन करती है। इनके अलावे बच्चों का फीस एवं कोई व्यक्ति अनुदान करने पर महाविद्यालय का विकास की गति आगे बढ़ती है। इस दौरान जाच टीम ने कॉलेज के प्रचार्य गिरीश कुमार से तीन साल का आय-व्यय की जानकारी मागी जो देने में असमर्थ रहे। उन्होंने महाविद्यालय के वर्ष 2010-11 का अकेच्छित रिपोर्ट पेश की जबकि अनुदान में वर्ष 2010 से लेकर 2013 तक का अकेच्छित रिपोर्ट प्रस्तुत किया। जबकि वर्ष 2013 से 2016 तक कोई भी अकेच्छित रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं किया। जांच टीम के सामने 2012 तक का ही केैश बुक प्रस्तुत किया गया। जाच टीम ने महाविद्यालय के एसबीआई, यूको बैंक, एचडीएफसी बैंक आदि के चार खातों को भी गंभीरता से देखा। महाविद्यालय के ग्यारह शिक्षक एवं शिक्षिका के अलावे शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की नियुक्ति की जानकारी लेते हुए सभी का मूल प्रमाण-पत्र को लिया। महाविद्यालय के 22 कमरों की जानकारी लेते हुए पुस्तकालय, प्रयोगशाला एवं खेल मैदान को देखा। सभी जगहों के कागजात को भी लिया। इसके अलावे महाविद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षक एवं कर्मचारी से कोई एकारनामा नहीं लिया गया था। फरवरी 2016 मे तदर्थ समिति ने महाविद्यालय में कार्य कर रहे शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मी का कुछ मानदेय तय किया था। इस महाविद्यालय में 900 छात्राओं को नामाकित पाया गया। जाच दल में उपविकास आयुक्त सतीश शर्मा के अलावे बिहार विद्यालय शिक्षा समिति के प्रशाखा पदाधिकारी एके ठाकुर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (सर्व शिक्षा) समर बहादुर सिंह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (साक्षरता) संजय कुमार एवं पुलिस निरीक्षक प्रद्युमन सिंह थे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य गिरीश कुमार गिरी सहित सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।


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