Move to Jagran APP

समाज में आएगी एकरूपता : ब्रजेश

जमुई। देश भर में वीआइपी कल्चर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लालबत्ती हटाने से समाज में एकरूपता आएगी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Apr 2017 03:01 AM (IST)Updated: Fri, 21 Apr 2017 03:01 AM (IST)
समाज में आएगी एकरूपता : ब्रजेश
समाज में आएगी एकरूपता : ब्रजेश

जमुई। देश भर में वीआइपी कल्चर को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लालबत्ती हटाने से समाज में एकरूपता आएगी। बिहार प्रदेश वर्णवाल वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजेश वर्णवाल ने प्रधानमंत्री के इस कदम को सराहनीय बताते हुए कहा कि समाज में लालबत्ती के प्रति आमलोगों में जो अवधारणा थी वह कम होगी। लोग अपने नेता व पदाधिकारियों को सामने पाकर असहज नहीं होंगे। इससे जनप्रतिनिधि और आमजनों में दूरियां घटेगी। उन्होंने कहा कि वर्षों पुराने वीआइपी कल्चर से समाज में जनप्रतिनिधि, अधिकारी से आम जन दूर थे जिससे लोग अपनी बातों को उन तक पहुंचाने में असहज महसूस करते थे। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लालबत्ती का कल्चर एक टीस बन गया था। लोगों में अमूमन लालबत्ती के साथ तामझाम नाराजगी का कारण बनता जा रहा था। ऐसे में अब समाज में एकरूपता आएगी और नेता सहित पदाधिकारी भी आम लोगों के बीच सहजता के साथ उपलब्ध होंगे।

loksabha election banner

--

फोटो- 20 जमुई- 41

दूरियां घटेगी, अपनापन बढ़ेगा : डॉ. सूचिता

अमूमन लालबत्ती को लेकर आम लोगों में जो अवधारणा थी वह अब दूर होगी। समाज में दूरियां घटेगी और जनप्रतिनिधि, पदाधिकारी के बीच एक अपनापन का भाव पैदा होगा। एसएसपी महिला कॉलेज में समाजशास्त्र की प्राध्यापक डॉ. सूचिता उपाध्याय ने लालबत्ती के बंद होने पर उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि अगर किसी एक राज्य में लालबत्ती पर पाबंदी लगाई जाती तो नाराजगी बढ़ सकती थी लेकिन देश के सभी राज्यों में लालबत्ती हटाने की कार्रवाई स्वागत योग्य है। उन्होंने कहा कि अमूमन लालबत्ती को लेकर लोगों के बीच दूरियां थी। लोग अपने नेता के बीच होकर भी दूरी महसूस करते थे वहीं नेता भी समाज के बीच सामान्य बनकर मिल नहीं पाते थे। लालबत्ती का कल्चर समाप्त होने से लोगों में दूरियां घटेगी और अपनापन का भाव बढ़ेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.