एक अंक से छूट गया टॉपरों का हैट्रिक
जमुई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों ने इस बार भी
जमुई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों ने इस बार भी कमाल कर दिखाया है। हालांकि एक अंक से लगातार तीसरी बार टॉप करने का सिलसिला सिमुलतला आवासीय विद्यालय का टूट गया परंतु टॉप-10 में 6 छात्र-छात्राएं अपनी जगह बनाने में सफल रहे। यूं कहें कि एक अंक से टॉप करने की हैट्रिक छूट गई। 2017 के मैट्रिक के परीक्षा परिणाम में 465 अंक लाकर लखीसराय के प्रेम कुमार ने बिहार टॉपर का रैंक हासिल किया है। बिहार टॉपर से एक मात्र एक अंक प्राप्त करते हुए सिमुलतला आवासीय विद्यालय की भव्या कुमारी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है। सिमुलतला आवासीय विद्यालय की हर्षिता कुमारी, शिवम कुमार, दीपालोक कौशिक, मानव गोपाल तथा प्रज्ञा आनंद ने टॉप-10 में जगह बनाई है। इससे पहले 2015 में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा में चौकाने वाला रिजल्ट दिया था जिसमें टॉप 10 में शामिल 31 छात्र-छात्राओं में से 30 छात्र-छात्राएं सिमुलतला विद्यालय के थे। कुणाल जिज्ञासु व निरंजन रंजन 487 अंक लाकर 2015 में बिहार टॉपर का खिताब हासिल किया वहीं अभिनव कुमार व मुकुल रंजन ने 485 अंक लाकर द्वितीय स्थान हासिल किया। अपने इतिहास को दोहराते हुए 2016 की मैट्रिक परीक्षा में भी सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सभी रिकार्ड सहयोग करते हुए 42 छात्रों ने टॉप-10 में जगह बनाई। परीक्षा परिणाम की घोषणा के बाद टॉप-10 की सूची में सिमुलतला विद्यालय के 42 छात्र उपर से नीचे तक शामिल थे। 483 अंक हासिल कर सिमुलतला आवासीय विद्यालय की बबीता व त्रिषा ने बिहार टॉपर बनी। वहीं कोमल व अभिनव शर्मा 482 अंक लाकर दूसरे स्थान पर रहे। अपने गौरवमयी इतिहास को संजोते हुए 2017 के परीक्षा परिणाम में हालांकि सिमुलतला विद्यालय को मात्र एक अंक से टॉपर का खिताब नहीं मिल सका फिर टॉप-10 में अपनी जगह बनाई।