शहर में बिजली का आधुनिकीकरण अधर में
जमुई। गली-गली में हम लेकर आएं हैं बिजली वाले स्लोगन गीत के साथ जिले के विद्युत विभाग द्वारा भले ही ब
जमुई। गली-गली में हम लेकर आएं हैं बिजली वाले स्लोगन गीत के साथ जिले के विद्युत विभाग द्वारा भले ही बिजली को लेकर किए जा रहे कार्य का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है पर कार्य रूप में ऐसा नहीं दिख रहा है। छोटे से जमुई शहर में विद्युत व्यवस्था के आधुनिकीकरण का दौर वर्षों से चला आ रहा है। कवर्ड तार लगाकर बिजली चोरी रोकने की कवायद वर्षों से लगातार सीमा विस्तार ले रही है पर काम है कि पूरा नहीं हो रहा। शहर के व्यस्ततम इलाकों में आज भी मकड़ी के जाल की तरह टोके लगे हैं। उस पर वोल्टेज के फ्लकचूएशन तथा बरसात की आंधी पानी में एक ही पोल से लगे हाई वोल्टेज और सप्लाई वाले तार के सटने से विद्युत उपकरण के उड़ने का खतरा बना रहता है। इस बाबत पूछने पर विद्युत विभाग परियोजना के जेई दीपक कुमार ने बताया कि पूर्व में शहर में विद्युत सप्लाई के आधुनिकीकरण के लिए एसपीएमएल कंपनी को मई तक का एक्सटेंशन दिया गया था बावजूद इसके समय पर कार्य पूरा नहीं होने के कारण उक्त कंपनी को हटाकर इसके जगह आइटीडीएस कंपनी को काम दिया गया है। यह कंपनी इस समय सर्वे का काम कर रही है और जल्द ही आधुनिकीकरण के कार्य में लग जाएगी। शहर के व्यस्त और सकरी बायपास सड़क में कचहरी रोड से अतिथि पैलेश तथा अन्य पॉश इलाके में एक ही पोल पर लगे नंगे जालनूमा हाईवोल्टेज और सप्लाई वाले तार पता नहीं कब किसी वाहन या मकान में सटकर लोगों की जान ले लें लेकिन इन बातों से काम करने वाले संबंधित पदाधिकारी और कंपनी को कोई वास्ता नहीं है।