नक्सल इलाके में शिक्षा व्यवस्था बेपटरी
जमुई। नक्सल प्रभावित खैरा प्रखंड के दक्षिणी इलाके के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है।
जमुई। नक्सल प्रभावित खैरा प्रखंड के दक्षिणी इलाके के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है। विभागीय पदाधिकारियों की उदासीनता एवं शिक्षकों की मनमानी के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन के सहित अन्य कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो चुके हैं। जिस कारण विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों का भविष्य अंधकार में है। हड़खार, गोली, अरुणमाबांक आदि पंचायतों के अधिकांश स्कूलों का तो ताला तक नहीं खुलता है। अगर कहीं स्कूल खुला मिल गया तो वहां शिक्षक नहीं मिलेंगे। सरकार द्वारा बच्चों को स्कूल से जोड़ने के उद्देश्य से चलाई जा रही मध्याह्न भोजन, पोशाक एवं अन्य योजना का लाभ भी बच्चों को नहीं मिलता है। इन योजनाओं की राशि विभागीय मिलीभगत से विद्यालय के प्रधान द्वारा डकार ली जाती है। यही कारण है कि कई जगहों पर हाल के दिनों में पोशाक एवं छात्रवृति की राशि को लेकर अभिभावकों द्वारा हंगामा किया गया। मामला विभाग के बड़े अधिकारियों तक पहुंचा लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात साबित हुआ। विद्यालय में शिक्षकों की अनुपस्थिति को लेकर बीते शुक्रवार को क्षेत्रीय विधायक रामेश्वर पासवान को लोगों ने गरही में एक कार्यक्रम के दौरान शिकायत की। इलाके के स्कूलों में शिक्षक या तो स्कूल आते ही नहीं या फिर समय का पालन नहीं करते हैं। विधायक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मौके से ही जिला शिक्षा पदाधिकारी को दूरभाष पर वैसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने को कहा। फिलवक्त नक्सल प्रभावित इलाके में शिक्षकों की मनमानी के कारण शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है।