मंत्रोच्चारण के साथ चिताओं की दी गई मुखाग्नि
संवाद सूत्र, सोनो/सिकन्दरा(जमुई): चार दिन पूर्व अनशनकारी नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मं
संवाद सूत्र, सोनो/सिकन्दरा(जमुई): चार दिन पूर्व अनशनकारी नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री की शवयात्रा निकाली थी। सरकार में संवेदना जगेगी यह सोचकर पिछले चार दिनों से दोनों के शव को सुरक्षित रखा गया था लेकिन परिणाम न मिलने पर आक्रोशित शिक्षकों ने सीएम व शिक्षा मंत्री के शवों की सोनो चौक पर सोमवार को परंपरागत तरीके से अत्येष्टि कर दी। बकायदा कफन के टुकड़े का उतरी बनाकर व मंत्रोच्चारण के साथ शहनवाज ने दोनों चिताओं को मुखाग्नि दी। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे। यहां बता दें कि विभिन्न मांगों के समर्थन में तमाम नियोजित शिक्षक पिछले नौ अप्रैल से अनशन पर हैं। इस दौरान प्रखंड के 200 प्रारंभिक विद्यालयों में पठन-पाठन पूरी तरह ठप है। इधर सिकन्दरा में नियोजित शिक्षकों द्वारा जारी हड़ताल के 12वें दिन सोमवार को अपनी मागों को लेकर महादेव सिमरिया संकुल के सैकड़ों शिक्षकों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अर्थी जुलूस निकालकर जमकर आक्रोश जताया। अर्थी जुलूस मध्य विद्यालय महादेव सिमरिया से निकलकर पूरे बाजार का भ्रमण करते हुए पुन: विद्यालय पहुंचा। जहां मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया। इस दौरान आक्रोशित शिक्षक सरकार विरोधी नारे जमकर लगाए। जुलूस का नेतृत्व शिक्षक संजीत कुमार एवं अमित कुमार कर रहे थे। इसके पश्चात उक्त विद्यालय में ही शिक्षकों की एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला संयोजक ललित नारायण मोहन ने कहा कि आगामी 22 अप्रैल तक सरकार निर्णय नहीं लेती है तो 23 अप्रैल को जिला स्तर पर विशाल धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर जिला कोषाध्यक्ष विपिन कुमार, प्रखंड अध्यक्ष नीरज कुमार, सचिव त्रिपुरारी रजक सहित सैकड़ों नियोजित शिक्षक उपस्थित थे।
शिक्षकों में दिख रहा अधिकारों को हासिल करने का जज्बा
सोनो : बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार कौशिक ने सोनो चौक पर संपन्न मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री की अंत्येष्टि-क्रिया के मौके पर कहा कि अब शिक्षकों में अपने अधिकारों को हासिल करने का जज्बा दिख रहा है। किसी आंदोलन की सफलता के लिए ऐसे जज्बे का होना निहायत जरूरी है। जिलाध्यक्ष ने वहां उपस्थित तमाम शिक्षक-शिक्षिकाओं से यह अपील की कि वे इसी तरह सुसंगठित व एकताबद्ध होकर अनशन से जुड़े हर अभियान में शामिल हों ताकि सरकार की बुनियाद की हर ईट हम उखाड़ फेंके।