मिशन प्रवेश उत्सव, बच्चों का होगा वेलकम
संवाद सहयोगी, जमुई : देश भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिशन का पताका फहराने के बाद जिले में शिक्षा विभ
संवाद सहयोगी, जमुई : देश भर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिशन का पताका फहराने के बाद जिले में शिक्षा विभाग ने मिशन प्रवेश उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। अब निजी विद्यालयों को टक्कर देने के लिए शिक्षा विभाग ने कमर कस लिया है। बच्चों को लुभाने के लिए कार्यक्रम बनाए गए हैं तो अभिभावकों को भी इस मिशन में शामिल किया गया है।
दरअसल शिक्षा विभाग ने नए प्रयोग के तहत मिशन प्रवेश उत्सव मनाने का निर्णय लिया है। सूबे में जमुई इकलौता जिला होगा जहां मिशन प्रवेश उत्सव के तहत जिले के सभी 1701 प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में एक निर्धारित तिथि को नए बच्चों का नामांकन किया जाएगा। इस बाबत 9 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी बीएन झा ने बताया कि प्रवेश उत्सव के दिन नए बच्चों का वेलकम करने के लिए स्कूल को सजाया जाएगा। पहले दिन आने वाले बच्चों को आकर्षित करने के लिए बैलून सजाए जाएंगे, टॉफियां बांटी जाएगी। साथ ही तालियों के साथ बच्चों का वेलकम होगा। नए बच्चों को आकर्षित करने के लिए खेलकूद के सामान उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि बच्चों में नामांकन के बाद नियमित स्कूल आने की जिज्ञासा बढ़े। स्कूल में बच्चों का पहला सप्ताह सफाई व स्वच्छता पर केन्द्रित होगा। पहले दिन ही सभी वर्ग के बच्चों को किताबें उपलब्ध करा दी जाएगी। साथ ही मूल्यांकन सीट भी शिक्षकों को उपलब्ध करा दिया जाएगा। वर्ग कक्ष में प्रोन्नत होने वाले बच्चों का भी वेलकम होगा। इस पूरे कार्यक्रम के गवाह अभिभावक भी बनेंगे। कार्यक्रम को एक ऊंचाई देने के लिए जिला प्रशासन ने पदाधिकारियोंकी भागीदारी सुनिश्चित कराने का निर्णय लिया है।
प्रकाश उत्सव कार्यक्रम में संबंधित प्रखंड के बीडीओ व वरीय पदाधिकारी शामिल होंगे और नए बच्चों का उत्साहवर्द्धन करेंगे। बहरहाल गांव से लेकर शहर तक टूटी-फूटी इंग्लिश परोसने वाले कुकुरमुत्ते की तरह उग आए निजी विद्यालयों को टक्कर देने की यह कवायद सही मायने में सरकारी विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था को मुकाम देने में सफल हो सकेगा। यह तो आने वाला समय ही बताएगा।