झाड़ू और साफ-सफाई दोनों हुई हवा-हवाई
संवाद सहयोगी, जमुई : सेलेब्रेटी झाड़ू और झाड़ू के साथ फोटो सेशन कराने वाले दोनों अपनी औकात में हैं। न
संवाद सहयोगी, जमुई : सेलेब्रेटी झाड़ू और झाड़ू के साथ फोटो सेशन कराने वाले दोनों अपनी औकात में हैं। न दिल्ली का चुनाव रहा और न ही नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान के नारे में उतना दम। आखिर साफ-सफाई तो घर से ही शुरू होती है जिसे लगातार लंबे समय तक करना होता है सो अब कोई इसमें हाथ नहीं डालना चाहता है।
दिल्ली चुनाव और स्वच्छता अभियान को लेकर पदाधिकारी से लेकर नेता तक अपने हाथ में झाड़ू लिए सड़क पर नजर आते थे जिस कारण झाड़ू की माग बाजार में बढ़ गई थी पर धीरे-धीरे सब ठंडा हुआ और अब झाड़ू के साथ कोई आना नहीं चाहता। स्कूलों में भी बच्चों से लेकर शिक्षक तक एक साथ साफ-सफाई में हाथ बंटाते, फोटो खिंचाते थकते नहीं थे। ऐसा लगता था मानो स्कूल में एक बार भी पुराने दिन लौट आए हैं जहा उन्हें साफ-सफाई का पाठ नियमित पढ़ाया जाता था। जमुई में नगर परिषद द्वारा शहर में कूड़ा उठाव की बात तो छोड़िए जिलाधिकारी शशिकात तिवारी भी खुद कुदाल, कढ़ाई व झाड़ू चलाने से परहेज नहीं करते थे। शहर के चौक-चौराहे एवं कूड़ादानों के आसपास कुछ दिन तक साफ-सफाई का नजारा दिखा पर परिस्थिति फिर वापस पुरानी हो गई है। शहर के हृदयस्थली अतिव्यस्त महाराजगंज चौक पर लगे कूड़ादान के आसपास फिर अब सूअर अठखेलिया करने लगे हैं। वहीं महिला कॉलेज के सामने पुरानी बाजार में भी कूड़े का अंबार लग गया है। बहरहाल नारा और चुनाव न सही झाड़ू को अपना काम करने दीजिए और साफ-सफाई का दायित्व भी विधिवत निभाना होगा तभी शहर को साफ रखकर बीमारी से बचा जा सकता है।