कैनाल के पानी ने किसानों को किया बर्बाद
संवाद सूत्र, लक्ष्मीपुर(जमुई): मंगलवार को बरहट प्रखंड के पाड़ों निवासी कैलू रावत के घर का चूल्हा नहीं
संवाद सूत्र, लक्ष्मीपुर(जमुई): मंगलवार को बरहट प्रखंड के पाड़ों निवासी कैलू रावत के घर का चूल्हा नहीं जला। कुछ ऐसी ही स्थिति उस गाव के बालेश्वर रावत के भी घर की थी। पाड़ों के ही मनोज पासवान के घर तो बिल्कुल सन्नाटा पसरा था। ऐसा लग रहा था कि मानों पूरे पाड़ों मे मातम आ गया हो। पूछने पर मनोज और बालेश्वर फफक-फफककर रोने लगे। उन्होंने जो बताया उससे ऐसा लगा कि उनके ऊपर पहाड़ टूट पड़ा हो। दरअसल वे सभी पाड़ों के गरीब किसान हैं जिन्होंने किसी तरह कर्जा लेकर धान की खेती की थी और अब जब फसल के घर लाने का दिन आया तो विभागीय लापरवाही ने एक ही झटके में उनके सारे सपने को धराशायी कर दिया। कुकुरझप कैनाल के कर्मियों ने बीती रात कैनाल नंम्बर -2 में पानी का बहाव छोड़ दिया जबकि अभी उक्त क्षेत्र में पड़ने वाले सैकड़ों एकड़ भूमि पर धान का फसल या तो लगा था या फिर उसकी कटाई कर उसे खेत में ही छोड़ दिया गया था। किसान उसे अपने घर लाने की तैयारी कर ही रहे थे कि इसके पूर्व वह बर्बाद हो गया। आश्चर्य की बात यह है कि किसानों के हित के लिए लंबी-चौड़ी बातें करने वाले न तो कोई जनप्रतिनिधि ने किसानों की सुध लेने पहुंचे और न ही किसी पदाधिकारी ने। सबसे ताच्जुब की बात तो तब हो गई जब किसानों ने अपनी हालात के लिए बरहट के बीडीओ व सीओ तक को कई बार फोन लगाया लेकिन उनके सरकारी नंबर पर एक बार भी बात नहीं हो सकी। सरकार की इस लापरवाही से क्षेत्र के किसानों में काफी रोष है। किसान राजपति सिंह ने बताया कि उनके खेत में पसरा सैकड़ों मन धान बर्बाद हो गया। कुछ इसी तरह की बातें अन्य किसानों ने भी कही। किसानों ने बताया कि अब तो दूसरे प्रदेशों के किसानों की तरह आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ेगा।