श्रमदान कर हुई पैइन की सफाई
संवाद सूत्र, बरहट (जमुई): विभिन्न योजनाओं के तहत लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद प्रखंड के किसानों के दिन नहीं फिरे हैं। फसलों के पटवन हेतु उन्हें आज भी श्रमदान कर पैइन की सफाई करनी पड़ती है। यह नजारा रविवार को बरहट प्रखंड में देखने को मिला। रविवार की सुबह दर्जनों की संख्या में किसानों ने कुकुरक्षप डैम के फॉल नम्बर चार से बरहट थाना सड़क तक श्रमदान कर पैइन की सफाई की ताकि उनके खेतों में समय से पानी पहुंच सके। इस पैइन से सर्वाधिक कमांड एरिया के लगभग 2500 एकड़ खेतों की पटवन होती है। पैइन सफाई कर रहे किसान नाजो यादव, सुनील सिंह, मिथिलेश यादव, गनौरी, कैलू यादव, बांगड़ू यादव, सहदेव यादव, दिनेश यादव, नरेश यादव, पप्पू यादव आदि ने बताया कि हर साल इस पैइन की श्रमदान द्वारा सफाई की जाती है। हालांकि इसकी सफाई के नाम पर दो बार योजनाओं का क्रियान्वयन पूर्व में हो चुका है। मगर इससे किसानों को कोई लाभ नहीं पहुंचा। इस पैइन के माध्यम से प्रखंड के टेंगहारा, नगदेवा, देवाचक, बरियारपुर, बासघाटी, बांझीपयार, करमन आदि गांवों के खेतों की पटवन होती है। इन इलाकों में पटवन के लिए एकमात्र यही साधन है। किसानों ने बताया कि इस पैइन के जीर्णोद्धार के नाम पर कई बार योजनाओं की खानापूर्ति पूर्व में की जा चुकी है। सर्वाधिक क्षतिग्रस्त पैइन के इस भाग को छोड़कर इसके अन्य भागों की साफ-सफाई कर औपचारिकता पूरी कर ली जाती है। जिस कारण किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पाता है। वहीं पैइन के किनारे बसे महादलित समुदाय के लोगों ने भी पैइन के भाग पर अतिक्रमण कर लिया है। किसानों में बताया कि शिकायत के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह द्वारा कुकुरझप डेम के मेन केनाल से फॉल नम्बर चार को जोड़ने हेतु एक मीटर का ह्यूम पाइप लगाने का निर्देश पूर्व में दिया गया था मगर आज तक निर्देश का पालन नहीं किया गया। जिस कारण मेन केनाल से पर्याप्त मात्रा में पानी फॉल नम्बर चार में नहीं आ पाता है। बताते चलें कि इसके पूर्व पाड़ों पंचायत के केरिया गांव के लोगों ने श्रमदान कर पैइन की सफाई की थी।