जनता दरबार में 80 आवेदनों पर हुई सुनवाई
संवाद सहयोगी, जमुई : जिलाधिकारी के जनता दरबार में गुरुवार को कुल 80 आवेदनों पर सुनवाई हुई। जिलाधिकारी शशिकांत तिवारी ने फरियादियों की समस्या को सुन संबंधित अधिकारियों को निष्पादन का निर्देश दिया। अलीगंज प्रखंड के प्राथमिकी विद्यालय गोखुलचक की शिक्षिका प्रतिमा कुमारी ने मातृत्व अवकाश के बकाया मानदेय एवं लंबित बकाया मानदेय के भुगतान की मांग की। शिक्षिका ने कहा कि वह 18 जून 2013 से 30 अक्टूबर 2013 तक मातृत्व अवकाश में थी और 31 अक्टूबर को विद्यालय में योगदान दिया। मेरा कुल बकाया 69 हजार रुपया है लेकिन बकाया मानदेय का भुगतान नहीं हुआ। फरवरी 2014 से भुगतान नियमित है। अलीगंज के बीईओ ने पांच हजार रुपया लेने के बाद बकाया राशि देने की बात कही। इसके कारण मैं आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित महसूस करने के बाद जनता दरबार में आई हूं। जिलाधिकारी ने बकाए राशि के भुगतान का भरोसा दिलाते हुए दोषी अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई करने की बता कही। जनता दरबार में सर्वाधिक 16 मामले डीसीएलआर से संबंधित थे जबकि जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से संबंधित सात-सात मामले आए। अंचल से संबंधित नौ मामलों पर सुनवाई की गई। जनता दरबार में डीईओ बीएन झा, एनडीसी सुभाष कुमार, कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।