एक कुआं से बुझती है 300 की प्यास
संवाद सूत्र, लक्ष्मीपुर(जमुई): सिर्फ एक कुआं से 300 लोगों की प्यास बूझती है। यह तथ्य चौकाने वाला तो है परंतु पूर्णत: सत्य है। बात लक्ष्मीपुर प्रखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों के गांव डकिया की है। 300 की आबादी वाले इस गांव में प्यास बुझाने के लिए यूं तो दो कुएं है लेकिन ग्रामीणों की मानें तो उनमें से एक की हालत जर्जर है। उस कुंए से पानी भरना हमेशा खतरों से खेलने के बराबर है। उक्त गांव के ग्रामीण बतिया देवी, मानती देवी आदि की मानें तो आज तक उनके गांव को शुद्ध पेयजल के लिए चापाकल की सुविधा नहीं मिल पाई। ग्रामीणों ने बताया कि कुआं ही उनका एक मात्र विकल्प है। उन्होंने कहा कि सरकारी चापाकल के लिए कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि तक को आवाज लगाई गई लेकिन सारे प्रयासों पर पानी फिर गया। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि चापाकल लगाना तो दूर पंचायत चुनाव के हर मौसम में प्रत्याशी द्वारा कुआं मरम्मत करने का आश्वासन दिया जाता है। वह भी आज तक पूरा नहीं हो सका।