किन्नर रानी ने मनवाया लोहा
संवाद सूत्र, खैरा (जमुई): प्यार और शादी में धोखा खाई किन्नर रानी ने न्यायालय का सहारा लेकर आखिर अपना लोहा मनवा ही लिया। रानी ने पति बबलू मंडल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर उसे धोखे की बात स्वीकार करने को मजबूर कर दिया। बबलू को जब हवालात की रोटी तोड़नी पड़ी तो स्वीकार कर लिया कि उसने रानी के साथ धोखा किया परंतु अब उसे (रानी को) सम्मानपूर्वक पत्नी की तरह रखेगा। बावजूद इसके उसे जेल से बाहर आने में वक्त लगेगा।
जानकारी के अनुसार मलिया टोला मलयपुर में रहने वाली रानी किन्नर ने प्यार में पड़कर संसार पोखर पचना रोड लखीसराय के बबलू मंडल से शादी रचा ली। शादी के वक्त बबलू ने अपने को कुंवारा बताया था। परंतु बाद में वह शादी शुदा और चार बच्चों का बाप निकला। शादी के बाद बबलू मंडल रानी के साथ मलयपुर में ही रहने लगा और तीन वर्षो तक उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार करता रहा। इतना ही नहीं 2013 में बबलू ने उसके साथ न केवल मारपीट की बल्कि उसका एक लाख रुपया नगद व दो लाख से अधिक के जेवरात लेकर फरार हो गया। इस घटना को लेकर रानी ने जमुई महिला थाना कांड संख्या 103/13 धारा 377, 420, 379, 323 दर्ज करवाई। पुलिस उपाधीक्षक ने मामले का पर्यवेक्षण कर घटना को सत्य करार दिया। पुलिस ने बबलू को 19 मार्च 2014 को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल जाने के बाद बबलू को होश आया और उसने एक एकरारनामा किया। जिसमें रानी को धोखा देने की बात स्वीकारी और भविष्य में पत्नी के रूप में ससम्मान रखने की बात कही। एकरारनामा और सुलहनामा के बाद जिला जज के न्यायालय में उसके जमानत की अर्जी दाखिल की गई। हालांकि बबलू के जमानत पर फैसला आना बाकी है। बबलू के एकरारनामे पर और उच्चतम न्यायालय द्वारा किन्नर को अलग लिंग मानने पर किन्नर रानी ने खुशी व्यक्त की है।