सवाल बड़ा : स्कूल में है बम या सिर्फ अफवाह
संवाद सहयोगी, जमुई: पिछले चार दिनों से खैरा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय में ताला लटक रहा है। शिक्षक भयभीत हैं। वे विद्यालय भवन के करीब जाने से डर रहे हैं। दरअसल 13 अप्रैल को चुनाव के दौरान प्रशासन ने मतदान केंद्र संख्या-254 उमवि चननवर के भवन में बम होने की आशंका जताई थी। सुरक्षा कारणों को लेकर मतदान स्कूल से दूर पेड़ के नीचे सम्पन्न हुआ था। इसी मतदान केंद्र पर बूथ संख्या-252 व 253 को भी शिफ्ट किया गया था। 10 अप्रैल को नक्सली गतिविधि को देखते हुए इन मतदान केंद्रों पर चुनाव स्थगित कर दिए गए थे। लिहाजा 13 अप्रैल को चुनाव होने के चार दिनों बाद भी पुलिस प्रशासन अथवा बम निरोधक दस्ता द्वारा विद्यालय भवन की जांच नहीं की गई है। नतीजतन प्रधानाध्यापक तुलसी कुमार ने डीईओ बीएन झा को पत्र लिखकर ऐसी स्थिति में विद्यालय संचालन पर मार्गदर्शन मांगा है। पत्र में प्रधानाध्यापक ने जिक्र किया है कि चुनाव के दौरान प्रशासन ने 30 घंटे के अंदर जांच कराने का आश्वासन दिया था। मगर अब तक जांच की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। लिहाजा बच्चों के अभिभावक भयभीत हैं वे अपने बच्चे को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। प्रधानाध्यापक के पत्र को गंभीरता से लेते हुए डीईओ ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अंकित बिन्दुओं के परिप्रेक्ष्य में यथोचित कार्रवाई का अनुरोध किया है। साथ ही पुलिस अधीक्षक को भी इस आशय की सूचना दी है।
बहरहाल सवाल यह उठता है कि प्रशासन की आशंका सही थी अथवा सुरक्षा कारणों से सिर्फ हवा फैलाई गई थी। अगर बम होने की आशंका में सच्चाई है तो इसे डिफ्यूज क्यों नहीं किया गया।
एसडीपीओ ने कहा
एसडीपीओ सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि सुरक्षा कारणों को लेकर विद्यालय भवन से दूर चुनाव कराया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा चननवर विद्यालय में बम होने की आशंका पर कुछ नहीं कहा गया था।