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बहुचर्चित सेनारी नरसंहार पर फैसला आज

गुरुवार को अरवल जिले के वंशी थाना क्षेत्र के बहुचर्चित सेनारी नरसंहार का फैसला सुनाया जाएगा।

By Edited By: Published: Thu, 27 Oct 2016 02:49 AM (IST)Updated: Thu, 27 Oct 2016 02:49 AM (IST)

फोटो-23

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-17 साल पहले गांव में नक्सलियों ने गला रेत कर दी थी 34 लोगों की हत्या

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जागरण संवाददाता, जहानाबाद : स्थानीय व्यवहार न्यायालय स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार ¨सह की अदालत में गुरुवार को अरवल जिले के वंशी थाना क्षेत्र के बहुचर्चित सेनारी नरसंहार मामले में फैसला सुनाया जाएगा।

न्यायालय ने नरसंहार के इस मामले की सुनवाई 17 साल में पूरी की है। 18 मार्च 1999 की रात प्रतिबंधित नक्सली संगठन एमसीसी (माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर) के हथियारबंद दस्ते ने सेनारी गांव में एक जाति विशेष के 34 लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी थी। छह लोग जख्मी भी हो गए थे। इस सिलसिले में पति तथा पुत्र को खो चुकी ¨चतामणि देवी की ओर से 15 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

नरसंहार को लेकर काफी बवाल हुआ था। उस समय प्रदेश में कांग्रेस समर्थित राजद की सरकार थी। सरकार के प्रति गुस्से का आलम यह था कि उसका कोई भी प्रतिनिधि वहां जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया था। इस कारण शवों को भी नहीं उठाया जा सका था। केन्द्रीय मंत्री जार्ज फर्नाडीस, नीतीश कुमार तथा रामविलास पासवान के पहुंचने के बाद शवों का पोस्टमार्टम कराया गया था।


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