दो दिनों के भीतर भेजें क्षति की रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, अरवल समाहरणालय के सभाकक्ष में सोमवार को जिले के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए प
जागरण संवाददाता, अरवल
समाहरणालय के सभाकक्ष में सोमवार को जिले के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए प्रभारी मंत्री श्रवण कुमार ने दो दिनों के भीतर क्षति की रिपोर्ट भेजे जाने का निर्देश दिया ताकि सरकार उसके अनुसार सहायता उपलब्ध करा सके। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि, वर्षापात तथा शीतलहर से यदि नुकसान हुआ है तो संबंधित किसानों के क्षति की भरपाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रकृति आपदा भूकंप से जिले में क्या क्षति हुयी है इसकी जानकारी शीघ्र दिये जाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में पंचायत स्तर तक के कर्मियों को लगाया जायेगा। मंत्री ने कहा कि आपदा के समय भय तथा संयम से काम लेते हुए समस्याओं के निराकरण की जरुरत है। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को इसमें लापरवाही नहीं बरते जाने का निर्देश दिया तथा कहा कि यदि ऐसी जानकारी मिली तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। केन्द्र सरकार पर बिहार की उपेक्षा किये जाने का आरोप लगाते हुए मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सिर्फ वोट के लिए समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचार करा रही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र में बिहार के सात मंत्री है। यदि वे लोग एकजूट होकर अपना हक मांगते तो इस प्रदेश में नुकसान की भरपाई हो सकती थी। उनका कहना था कि इस प्रदेश में पचहतर लाख बेघर हैं। केन्द्र सरकार 2022 तक सभी को पक्का घर बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि इंदिरा आवास योजना के तहत चार हजार करोड़ रुपये पहले से हीं बकाये पड़े हैं। मनरेगा के तहत एक भी पैसे नहीं दिये गये जिसके कारण मजदूरों का पलायन हो रहा है। बैठक में डीएम कुंवर जंगबहादुर, एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो, डीडीसी रंजन कुमार सिन्हा, एसडीओ सत्येन्द्र कुमार, वरीय उपसमाहत्र्ता अशोक कुमार, डीएसओ अशोक कुमार त्रिपाठी, डीईओ सुरेन्द्र नाथ साह के अलावा जदयू जिलाध्यक्ष सुभाष सिंह यादव, बीस सूत्री उपाध्यक्ष जितेन्द्र पटेल, नप के अध्यक्ष नित्यानंद सिंह तथा मंजू देवी आदि लोग भी उपस्थित थे। बैठक के उपरांत उन्होंने परिसदन में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से भूकंप के कारण हुयी क्षति की सही जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराये जाने को कहा। ताकि सूचना संग्रह करने में ज्यादा समय नहीं लगे। बैठक में दयानंद सिंह, नर्मदेश्वर पटेल, अनिल कुमार वर्मा, रामजन्म सिंह आदि लोग भी उपस्थित थे।