भूमि विवाद में फंसी कब्रिस्तानों की घेराबंदी
गोपालगंज। वैसे तो जिले के छह स्थानों पर कब्रिस्तान की घेराबंदी की योजना काफी पूर्व में स्वी
गोपालगंज। वैसे तो जिले के छह स्थानों पर कब्रिस्तान की घेराबंदी की योजना काफी पूर्व में स्वीकृत की गई थी। लेकिन घेराबंदी के साथ ही शुरू हुए विवाद के कारण यह योजना अधर में लटकी पड़ी है। हद तो यह कि काफी समय वर्ष पूर्व ली गई योजना पर आजतक प्रशासन की नजर नहीं पड़ी। समीक्षा के दौरान यह मामला प्रकाश में आने के बाद कब्रिस्तान घेराबंदी में फंसे पेंच को दूर कर उन्हें पूर्ण करने का कार्य तेज करने का निर्देश जारी किया गया है।
जिला विकास शाखा के सूत्रों ने बताया कि वर्ष 2007-08 से ही कई कब्रिस्तानों की घेराबंदी का कार्य अधर में है। इसका एकमात्र कारण जमीन को लेकर शुरू हुआ विवाद है। समय रहते प्रशासनिक स्तर पर विवादों का हल करने का प्रयास नहीं किया गया। यहीं कारण रहा कि हर साल लंबित कब्रिस्तान घेराबंदी का आंकड़ा बढ़ता चला गया। स्थिति यह रही कि वर्ष 2007-08 से लेकर वर्ष 2011-12 की अवधि में ली गई छह योजनाएं विवादों के कारण पूर्ण नहीं हो सकी हैं। इन छह में से दो योजनाओं पर काम तक शुरू नहीं हो सका। जबकि इसके लिए राशि सरकार द्वारा पूर्व में ही आवंटित की जा चुकी है। प्रशासन ने जब लंबित योजनाओं की समीक्षा की, तब यह मामला सामने आया। समीक्षा में यह मामला सामने आने के बाद लंबित कब्रिस्तानों की घेराबंदी की जांच कर उन्हें अविलंब पूर्ण करने का निर्देश जारी किया गया है।
इनसेट
भूमि विवाद के निराकरण में हो रही देरी
गोपालगंज : कब्रिस्तान घेराबंदी को लेकर शुरू हुए भूमि विवादों का निराकरण समय से नहीं होने तथा इस कार्य में लगातार अनावश्यक देरी के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। प्रशासनिक स्तर पर तमाम विवादों को तत्काल समाधान करने को कहा गया है। ताकि घेराबंदी का कार्य पूर्ण किया जा सके।