मौज में विभाग, परेशानी झेल रहे किसान
गोपालगंज। मीरगंज स्थित सारण नहर अवसर प्रमंडल गंडक योजना कार्यालय के साहब से लेकर कर्मचार
गोपालगंज। मीरगंज स्थित सारण नहर अवसर प्रमंडल गंडक योजना कार्यालय के साहब से लेकर कर्मचारी मौज में हैं। इस कार्यालय में हमेशा ताला लटका रहता है। घर बैठे ही इस कार्यालय के पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी मजे से अपना वेतन उठा रहे है। अब यह अलग बात है कि इनकी मौज का इस इलाके किसान खामियाजा उठा रहे हैं। देखरेख के अभाव में इस इलाके की नहरें और उससे निकली वितरणी अपना अस्तित्व खाते जा रही हैं। खेतों तक वितरणी से पानी पहुंचने के लिए बनाए गए छोटे बड़े नाले ध्वस्त हो गए हैं। ऐसे में नहर से निकली वितरणी के जाल के बाद भी इस इलाके के किसान खेतों की ¨सचाई के निजी संसाधन पर निर्भर बन कर रह गए हैं।
हथुआ अनुमंडल क्षेत्र में किसानों के खेतों की ¨सचाई करने के लिए नहरों का जाल बिछा है। नहर तथा वितरणी व उप वितरणी से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए छोटे बड़े नाले भी बनाए गए हैं। इन नहरों तथा वितरणी की देखरेख के लिए मीरगंज में सारण नहर अवर प्रमंडल गंडक योजना का कार्यालय भी है। इस कार्यालय में इंजीनियर से लेकर कर्मचारी तैनात किए गए हैं, लेकिन इस कार्यालय में अक्सर ताला लटका रहता है। इस इलाके के किसान बताते हैं कि देखरेख के अभाव में अधिकांश वितरणी का अस्तित्व मिटने के कगार पर है। अधिकांश नहरों तथा वितरण में एक दशक से पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। ¨सचाई के लिए बने नाला का अस्तित्व मिट चुका है। नहर केनाल में झाड़ियों उग आई है। किसान कहते हैं कि नहरों के जाल के बीच निजी संसाधन से फसलों की ¨सचाई करने के लिए विवश हो रहे हैं। वे बताते है कि नहरों में पानी छोड़ने या उसकी दशा ठीक कराने के लिए अवर प्रमंडल गंडक योजना कार्यालय जाने पर वहां ताला लटका मिलता है। वे कहते हैं कि किसान परेशान है। बिना पटवन के पटवन शुल्क दे रहे हैं। वहीं कार्यालय में ताला बंद कर इस कार्यालय के पदाधिकारी से लेकर कर्मचारी वेतन उठा रहे हैं।