इस अस्पताल में नहीं होता है मरीजों का इलाज
गोपालगंज। यहां वह सब कुछ है जिससे मरीजों का बेहतर इलाज हो सके। यहां चिकित्सक से लेकर
गोपालगंज। यहां वह सब कुछ है जिससे मरीजों का बेहतर इलाज हो सके। यहां चिकित्सक से लेकर नर्स की तैनाती की गयी है और मरीज को भर्ती करने के लिए छह शैय्या की सुविधा भी है। लेकिन इन सुविधाओं के बाद भी प्रखंड के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र कुसौंधी में अब मरीजों का इलाज नहीं होता है। यहां के एक चिकित्सक सप्ताह में कभीकभार एक दिन इस अस्पातल में आते हैं और यहां की दो नर्स भी गायब रहती हैं। ऐसे में इस अस्पातल में ताला लटका रहता है और इस अस्पताल में बने कमरों में लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया है।
हथुआ का अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुसौंधी उत्तर प्रदेश के सीमा के समीप स्थित है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि पहले इस छह शैय्या अस्पताल में इस इलाके के लोगों के साथ ही सिवान के मैरवा के लोग अभी अपना इलाज कराने आते थे। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी के कारण अब यह अस्पताल खुद बीमार हो गया है। जिससे इस इलाके के मरीजों को सात किलोमीटर दूर स्थित हथुआ प्रखंड मुख्यालय स्थित अस्पताल में जाना पड़ता है। ग्रामीण बताते हैं कि इस अस्पताल में तैनात एक चिकित्सक कभीकभार सप्ताह में एक दिन अस्पताल आते हैं। यहां दो नर्स भी तैनात हैं। लेकिन एक नर्स देवरिया तथा दूसरी सिवान में रहती हैं। जिससे इस अस्पताल में ताला लटका रहता है। वे बताते हैं कि अस्पताल में अक्सर ताला लटके रहने से अस्पताल भवन के कमरों कुछ लोगों ने अवैध रूप से कब्जा जमा लिया है। ग्रामीण बताते हैं कि इस अस्पताल से पीछे दस गज की दूरी पर देशी शराब की भट्ठी है। यहां से शराब खरीद कर शराबी अस्पताल में ही बैठक कर शराब पीते हैं। जिससे इस अस्पताल में मरीज आने से परहेज करने लगे हैं। वहीं इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डा.सुधीर कुमार सिंह कहते हैं कि मामले की जांच करायी जाएगी। अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सक तथा स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।