छरकी में दरार, खतरे की आशंका
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : पिछले चार दिनों से हो रही लगातार बारिश तथा गंडक नदी के जलस्तर में वृद्धि के बाद कई छरकियों में दरार आ गई है। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी छरकी में आये दरार को पाटने में लगे हुए हैं। बावजूद इसके तटबंध व छरकी के कई स्थानों पर कमजोर होने के कारण खतरे की आशंका बनी हुई है।
लगातार बारिश व बाल्मिकी नगर बराज से पंद्रह अगस्त से लगातार तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी का डिस्चार्ज किये जाने के कारण नदी उफना गई है। नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच पतरहा छरकी की दशा सबसे अधिक खराब है। नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने से बाढ़ नियंत्रण विभाग की चिंता बढ़ गयी है। विभाग के कार्यपालक अभियंता तथा तमाम कनीय व सहायक अभियंता तटबंध पर ही कैंप कर रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नदी की ओर से तटबंध में कटाव होने तथा छरकी के दूसरे हिस्से में दरार आने के बाद मजदूरों को इन्हें पाटने के काम में लगा दिया गया है। ताकि तटबंध को सुरक्षित किया जा सके। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न तटबंधों पर तीन सौ से भी अधिक मजदूरों को एक साथ काम पर लगाया गया है। ताकि खराब तटबंध व छरकी की मरम्मत किया जा सके।