जांच में मिली गड़बड़ी, सात सेविकाएं चयन मुक्त
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सेविकाओं की अनुपस्थिति तथा बच्चों के केन्द्र पर नहीं पहुंचने के मामले में जांच प्रतिवेदन के आलोक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने सात सेविकाओं को चयन मुक्त करने का आदेश जारी किया है। इसके अलावा कई सेविकाओं के मानदेय में भी कटौती का आदेश जारी किया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देश पर हुई कई केन्द्रों की जांच में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी उजागर हुई थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रोग्राम पदाधिकारी ने गड़बड़ी वाले केन्द्रों की सेविकाओं से स्पष्टीकरण की मांग की थी। स्पष्टीकरण आने के बाद डीपीओ ने बड़ी गड़बड़ी के मामले में दोषी सात सेविकाओं को चयन मुक्त करने का आदेश दिया है। इसके अलावा आधा दर्जन सेविकाओं के वेतन को अवरुद्ध करने का आदेश दिया गया है। जिला प्रोग्राम कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि बैकुंठपुर प्रखंड के खैरा आजम पंचायत के केन्द्र संख्या 13 की जांच की गयी थी। जांच के समय केन्द्र पर एक भी बच्चा उपस्थित नहीं पाया गया। ऐसे में सेविका सविता कुमारी को चयन मुक्त करने का आदेश दिया गया है। इसी प्रखंड के केन्द्र संख्या 15 पर सेविका व बच्चों के अनुपस्थित होने के मामले में डीपीओ ने सेविका आरती कुमारी को चयन मुक्त करने का आदेश दिया है। बैकुंठपुर प्रखंड के केन्द्र संख्या 63 के जांच के समय बंद पाये जाने के मामले में सेविका उर्मिला देवी तथा केन्द्र संख्या 120 के बंद मिलने के मामले में सेविका रेणु सिंह को चयन मुक्त करने का आदेश दिया गया है। विजयीपुर प्रखंड के केन्द्र संख्या 67 पर जांच के समय मात्र आठ बच्चों के मिलने के मामले में सेविका सविता देवी को चयन मुक्त कर दिया गया। इसी प्रखंड के केन्द्र संख्या 97 पर मात्र छह बच्चों को मिलने के मामले में सेविका चन्द्रवती देवी को चयन मुक्त कर दिया गया। इसके अलावा प्रखंड के कई केन्द्रों पर बच्चों की कम उपस्थिति के मामले में आधा दर्जन सेविकाओं के वेतन पर रोक लगाने या मानदेय कटौती का आदेश दिया गया है। सदर प्रखंड के केन्द्र संख्या 140 की जांच में मिली गड़बड़ी के आलोक में सेविका अनिता देवी को भी चयन मुक्त कर दिया गया है।