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आडिटोरियम में तब्दील होगा परीक्षा हाल

गया। मगध विश्वविद्यालय का परीक्षा भवन आडिटोरियम में तब्दील होगा। इसके लिए मगध विश्वविद्यालय अभियं

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Feb 2017 08:04 PM (IST)Updated: Thu, 23 Feb 2017 08:04 PM (IST)
आडिटोरियम में तब्दील होगा परीक्षा हाल
आडिटोरियम में तब्दील होगा परीक्षा हाल

गया। मगध विश्वविद्यालय का परीक्षा भवन आडिटोरियम में तब्दील होगा। इसके लिए मगध विश्वविद्यालय अभियंत्रण शाखा द्वारा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को एक प्राक्कलन भेजा है। जो स्वीकृति के प्रत्याशा में है। विवि अभियंता रमेश प्रसाद सिंह बताते हैं कि परीक्षा भवन में फाल्स सिलिंग, इक्को ट्रिटमेंट, लाइट एंड साउंड सिस्टम व वातानुकूलित बनाकर आडिटोरियम का रूप देना है। इसके लिए लगभग तीन करोड़ का विवि स्तर से प्राक्कलन तैयार कर आयोग को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि परीक्षा भवन का आतंरिक साज-सज्जा कर आडिटोरियम का रूप देना है। उसमें किसी प्रकार का तोड़फोड़ नहीं होना है। लेकिन बगैर यूजीसी के स्वीकृति के विवि के पूर्व कुलपति प्रो. एम. इश्तेयाक ने टेंडर निकाल जीर्णोद्धार की जिम्मेवारी नई दिल्ली के मेसर्स त्यागी फर्म को देना विवि गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है। इतना ही नहीं मेसर्स त्यागी फर्म के कुछेक कर्मी विवि पहुंचे और परीक्षा भवन को तोड़ने की बात कही। इस पर विवि शिक्षकेत्तर कर्मचारी संघ के महासचिव अमरनाथ पाठक ने विरोध दर्ज किया। श्री पाठक ने कहा कि विवि में पहले से आयोग के फंड से अतिथि निवास के समीप आडिटोरियम का निर्माण कराया जा रहा है। उसके आतंरिक साज-सज्जा के सामग्री की खरीदारी कर ली गई है। आयोग द्वारा दूसरी किस्त की राशि निर्गत नहीं करने से बाहरी कार्य बंद है। तो दूसरा आडिटोरियम के निर्माण का क्या औचित्य है? उन्होंने कहा कि विवि पूर्व कुलपति प्रो. इश्तेयाक द्वारा बगैर विवि अभियंत्रण शाखा जानकारी में कराए कार्य का संचिका भी विवि से गायब है।


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