दो दिनों में दस मकान किए गए ध्वस्त
गया। शहर के दक्षिणी क्षेत्र स्थित मनसरवा नाले पर से अतिक्रमण हटाने का काम बुधवार को दूसरे ि
गया। शहर के दक्षिणी क्षेत्र स्थित मनसरवा नाले पर से अतिक्रमण हटाने का काम बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। जिला प्रशासन के कई पदाधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई।
बुधवार को अधिकारियों व अतिक्रमण हटाने वाले कर्मचारियों का दल वार्ड संख्या 45 के शिवपुरी कॉलोनी में था। नाले पर से अतिक्रमण हटाया जा रहा था। उप-समाहर्ता ने कहा कि दो दिनों में लगभग 10 मकानों को तोड़ा गया है। मनसरवा नाले को अतिक्रमण मुक्त करने में 58 मकानों को ध्वस्त किया जाएगा। जिला प्रशासन ने जिन लोगों के मकानों को चिह्नित किया है। उसमें लॉयला स्कूल, तारा कुंज, अखिलेश प्रसाद, सुरेंद्र कुमार, विनोद कुमार, गोपाल सिंहा, पवन शर्मा, कुमारी अल्पना, रामदर्शन यादव, अशोक कुमार, प्रेमा देवी, कृष्ण सिंह, राजू कुमार, अश्वनी पांडेय, अवध किशोर विश्वकर्मा, शिवरत्न सिंह, नवीन कुमार, निजाम मियां, सुरेश रंजन, गायत्री देवी, शिव कुमार, दीपू सेठ, कुंती देवी, विकास गुप्ता, साधना देवी, सपना देवी, गुडडी वर्णवाल, संतोष कुमार गुप्ता, विमल कुमार, रामनरेश सिंह, शुत्रधन प्रसाद, प्रमोद मिस्त्री, मनोज कुमार जैन, शारदा देवी, सुमन कुमारी, संजय कुमार, शंभु कुमार, अमन कुमार, केवली देवी, उर्मिला देवी, धानो देवी, बीणा देवी, शांति देवी, सत्येन्द्र नारायण, उषा देवी, गीता देवी, सुनिल कुमार सिंहा, सावित्री देवी, शारदा देवी, दुर्गावती देवी, माली मालाकार समिति भवन, राजेश कुमार, गीता देवी, रीता देवी, दानी देवी, निर्भय कुमार, रामवतार सिंह, संगीता देवी सहित एक अन्य का नाम शामिल है।
जल जमाव की समस्या से मिलेगी मुक्ति
नाले पर से अतिक्रमण हट जाने के बाद कई मुहल्ले में जल-जमाव की समस्या नहीं होगी। बरसात के मौसम में पंतनगर, मयूर बिहार एवं अशोक बिहार मुहल्ले में जल-जमाव से लोगों काफी परेशानी होती है। गत वर्ष अत्याधिक बारिश के कारण उक्त मुहल्ले में बाढ़ सी स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
मुख्यमंत्री को आना पड़ा था
गत वर्ष इन क्षेत्रों में जल जमाव की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यहां आना पड़ा था। मुख्यमंत्री श्री कुमार ने गत वर्ष मनसरवा नाला को पूरी तरह से अतिक्रमणमुक्त कराने का निर्देश डीएम को दिया था। इसके बाद विभागीय प्रक्रिया में विलंब के कारण अब तक मनसरवा नाला पूरी तरह अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो सका है।
पूर्व मेयर स्वयं हटाने लगीं अतिक्रमण
जिला प्रशासन के द्वारा मंगलवार से वृहद पैमाने पर मनसरवा नाले पर से अतिक्रमण हटाने का काम चालू होते देखकर अतिक्रमण करने वालों हड़कंप का आलम यह है कि लोग अपने हाथों से ही अतिक्रमण हटाने लगे हैं। इसी में एक हैं पूर्व मेयर शगुफ्ता परवीन घुघरीटांड मुहल्ले स्थित अपने मकान तोड़ने लगे हैं। जबकि शिवपुरी कॉलोनी में कई लोग अतिक्रमित भाग में निर्माण को स्वयं तोड़ने लगे है। यहां रहे मनोज जैन और संध्या जैन कहना है चिन्हित किए गए स्थल तक मकान को स्वयं तोड़ रहे हैं। बावजूद प्रशासन चिह्नित स्थान से अधिक दूरी तक मशीन के सहारे उनके मकान तोड़ दिए।