बैठक में केन्द्र सरकार की आलोचना
गया। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की आंदोलन सुधार समाज के तहत मदरसा जामिया उम्मुल कोरा, व्हा
गया। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की आंदोलन सुधार समाज के तहत मदरसा जामिया उम्मुल कोरा, व्हाइट हाउस में सोमवार को एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य लोग शामिल हुये। बैठक में यूनिफार्म सिविल कोड और तीन तलाक को खत्म करने के विरोध में केन्द्र सरकार की आलोचना की गई। मीटिंग की अध्यक्षता मदरसा जामिया उम्मुल कोरा के संयोजक मौलाना गजनफर अली कासमी ने किया। बैठक का संचालन मुन्नी मस्जिद के इमाम फारूख कासमी ने किया। यूनिफार्म सिविल कोड के कार्यान्वयन के संबंध में वक्ताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव कर रही है। तीन तलाक और एक से अधिक विवाह जैसे विभिन्न मुद्दों में सरकार और केन्द्र के मंत्रियों द्वारा संवेदनशील और धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करना ठीक नहीं है। भारत जैसे लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश में किसी जाति या किसी धर्म के निजी पर्सनल ला से छेड़छाड़ करना या उसको बदलना देश के बुनियादी नियम और संविधान से खिलवाड़ करने के बराबर है। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में पटना के उप काजी इमारत शरिया, आंदोलन सुधार समाज के संयोजक मौलाना वसी अहमद, मोइनुद्दीन कासमी, मौलाना फतहुल्साह, मौलाना अजमतुल्लाह, मौलाना इलयास, डा. काशिफ रजा सहित गणमान्य लोग उपस्थित थे।