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स्वयंसेवकों के साथ सरकारी महकमा भी खड़ा हुआ हड़ाही तालाब बचाने को

गया। धरती पर जीवन के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए तालाब के अस्तित्व की रक्षा जरूरी है। सर्वविदित है

By Edited By: Published: Fri, 27 May 2016 10:31 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2016 10:31 PM (IST)
स्वयंसेवकों के साथ सरकारी महकमा भी खड़ा हुआ हड़ाही तालाब बचाने को

गया। धरती पर जीवन के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए तालाब के अस्तित्व की रक्षा जरूरी है। सर्वविदित है कि तालाब हमारे जल संचय के लिए प्राकृतिक स्रोत के रूप में उपयोगी है। ग्राम स्तर पर तालाबों में संचित जल से पृथ्वी के भू जलस्तर उपर उठाने के लिए रिसाईकिलिंग होता है। गया जिले के वजीरगंज प्रखंड अंतर्गत ऐतिहासिक स्थल हड़ाही स्थान पर महाभारत काल से निर्मित तालाब के अस्तित्व को बचाने के लिये सुजाता वेलफेयर सोसाइटी पुनावा के स्वंयसेवक आगे कदम बढ़ाए हैं। सोसाइटी से जुड़े अमैठी, ओरैल, कुर्किहार, मदरडिह, पुनावा गाव के स्वयंसेवकों ने शुक्रवार को हड़ाही स्थान तालाब को बचाने का संकल्प लिया। तालाब हमारे जीवन के धरोहर हैं। बूंद-बूंद के लिये प्यासी पृथ्वी के लिए तालाब का संरक्षण करेंगे। युवा श्रमदान एवं भिक्षाटन करके हर हाल में इसके अस्तित्व को बचाएंगे।

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5 को करेंगे वृक्षारोपण

सोसाइटी के स्वयंसेवकों ने मानव जीवन, तालाब के जीर्णोद्धार एवं अस्तित्व की रक्षा के लिए संकल्प लिया है। संकल्प को पूरा कराने में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देंगे। किसी भी हाल में इनका संकल्प नहीं टूटे इसके लिये इन युवाओं को जिस तरह के भी सहयोग की आवश्यकता होगी। उसे पूरा करने का प्रयास करेंगे। 5 जून को पर्यावरण दिवस पर हड़ाही स्थान की सफाई एवं वृक्षारोपण कार्य करके जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया जाएगा। आस-पास के गांवों में जनजागरण तथा भिक्षाटन का कार्य भी करेंगे।

क्या कहते स्वयंसेवक

संतुलित पर्यावरण जरूरी

फोटो-जेपीजी में

मनीष कुमार पुनावा का कहना है कि जल के बिना जीवन संभव नहीं है पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए पारंपरिक जलश्रोत के रूप में तालाबों का संरक्षण जरूरी है।

श्रमदान से बचाए तालाब

फोटो-जेपीजी में

शिवालक कुमार कहते है कि हड़ाही तालाब जल संचय स्त्रोत के साथ- साथ यह ऐतिहासिक धरोहर भी है। इसका अस्तित्व तो हमें बचाना ही होगा। तालाब की गहराई पिछले कुछ वर्षो से घटी है। श्रमदान से इसकी खुदाई भी करेंगे।

युवाओ का प्रयास

फोटो-जेपीजी में

आशा देवी कहती है कि युवाओं ने जो प्रयास शुरू किया है यह अवश्य की रंग लाएगी।

तालाब को बचाकर लेंगे दम

फोटो-जेपीजी में

ब्रह्मादेव माझी का कहना है कि युवा जिस कार्य को पूरा करने की ठान लेते हैं। उसे हर विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने मुकाम तक पहुंचेंगे।

संरक्षण जरूरी

फोटो-जेपीजी में

सरगुन कुमार का कहना है कि मानव को तो चापाकल, कुंआ से पीने का पानी मिल जाता है, लेकिन अन्य पशु -पक्षियों को पानी तथा पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्याप्त वर्षो के लिये तालाब का संरक्षण जरूरी है।

युवाओं का अनवरत प्रयास

फोटो-जेपीजी में

संजीत कुमार का कहना है कि तालाब समस्त मानव के लिए तो आवश्यक है, हीं सृष्टि के अस्तित्व भी जल संचय से जुड़ा हुआ है। हड़ाही स्थान के तालाब के जीर्णोद्धार के लिए हम युवा वर्ग अनवरत प्रयत्‍‌न करते रहेंगे।

क्या कहते है बीडीओ

वजीरगंज के बीडीओ प्रियदर्शी राजेश पायरट तालाब के अस्तित्व बचाने के लिये संकल्प पर सहमति प्रकट करते हुए कहते हैं कि यह सराहनीय कदम है। आज से पहले हमें भी इस तालाब पर कोई ध्यान नहीं था। सोसाइटी के स्वंयसेवकों की गतिविधि से ध्यान आकृष्ट हुआ है। हमारी कोशिश होगी कि इन्हें सरकारी स्तर पर भी सहयोग मिले। तालाब का अस्तित्व बचाने में सरकार का योगदान हो। इसके लिए जिला मुख्यालय को अनुशंसा भेजेंगे।


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