कम खाएं लेकिन पहले पढ़ाई : एडीजे
गया। अधिकार चाहे जिस तरह का हो उसे पाने के लिये शिक्षा सबसे जरूरी हथियार है। संविधान निर्माता बाबा स
गया। अधिकार चाहे जिस तरह का हो उसे पाने के लिये शिक्षा सबसे जरूरी हथियार है। संविधान निर्माता बाबा साहेब ने भी कहा था कि अधिकार लेने के लिये संघर्ष की जरूरत है लेकिन संघर्ष में आप तभी सफल होंगे जब शिक्षित और संगठित रहेंगे। ये बातें एडिसनल डिस्टीक जज मो. हसमुद्धिन अंसारी ने शनिवार को वजीरगंज प्रखंड मुख्यालय सभागार में आयोजित विधिक जागरण शिविर को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि कहा। वे शिविर में प्रखंड के असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के हक और अधिकार विशय पर जानकारी दे रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर काम करने वाले मजदूरों को सर्वागिन विकास के लिये महात्मा गाधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना चलाई गयी है। इसके तहत् जॉब कार्डधारी सभी ग्रामीण मजदूरों को साल भर में 100 दिन काम की गारंटी दी गई है। काम नहीं देने पर उन्हें बेरोजगारी भत्ता देने का प्रावधान है। लेकिन यह सब तभी संभव है जब आप इसके सभी सिस्टम की जानकारी रखेंगे। आप खुद पढ़ें और बच्चों को भी पढ़ायें। एडिजे ने बताया कि मनरेगा योजना मजदूरों के अधिकार अधिनियम 2005 के आलोक में गठित किया गया है। जिसमें ग्रामीण विकास के साथ - साथ मजदूरों के सामाजिक , आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास का प्रावधान निहित है। यदि आपको यह अधिकार नहीं मिलता तो प्रखंड विकास पदाधिकारी से लेकर जिला पदाधिकारी तक इसकी शिकायत करेंगे। सुनवाई नहीं होने पर विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा संचालित लोक अदालत में फरियाद करें। कानुनी कार्रवाई की जायगी। मौके पर बीडीओ प्रियदर्शी राजेश पायरट , श्रम परावर्तन पदाधिकारी , मनरेगा तकनिकी सहायह , जीपीएस , समाजसेवी श्यामसुन्दर पासवान , प्रमिला कुमारी , सहीत प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण मौजूद थे।