बहनों ने बाधा जेल मे बंद भाइयों को राखी
गया। भाई बहन के प्यार के बंधन का पर्व रक्षा बंधन को लेकर यूं तो सुबह से ही खुशी का माहौल देखा जा रहा
गया। भाई बहन के प्यार के बंधन का पर्व रक्षा बंधन को लेकर यूं तो सुबह से ही खुशी का माहौल देखा जा रहा था। लेकिन इस पर्व को लेकर शेरघाटी जेल के पास जो मंजर देखने को मिल रहा था वो शायद सबसे अलग था। जेल मे बंद अपने भाइयों की कलाई पर राखी बाधने के लिए सुबह से ही बहनों का आना जाना लगा रहा। जेल पर सबसे पहले झारखण्ड से पहुंची मिनाक्षी कुमारी ने अपने भाई मिथुन कुमार को राखी बाधा। माथा पर तिलक लगा कर जैसे ही राखी बाधने की बारी आई वो दहाड़ मार कर रोने लगी। मिनाक्षी को रोता देख वहा मौजूद कई भाई बहन अपना आसू नही रोक सके। जेल गेट के एक सुराख के द्वारा भाई के निकले हाथ पर राखी बाधने वाली बहनों ने अपने भाइयों का ठिक से चेहरा तक नही देख सकी। जेल मे बंद करीब चार दर्जन कैदियों को राखी बाधने उनकी बहने यहा पहुंची थी।